
लखनऊ/प्रयागराज – समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर केंद्रीय सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। यह याचिका आगामी 12 अप्रैल को राणा सांगा की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश में क्षत्रिय संगठनों द्वारा घोषित विरोध प्रदर्शन से पहले दाखिल की गई है।
26 मार्च को आवास पर हमला, अब कोर्ट की शरण में सपा सांसद
सपा सांसद सुमन ने अपनी याचिका में कहा है कि 26 मार्च को आगरा स्थित उनके आवास पर हमला हुआ था, लेकिन अब तक हमलावरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने याचिका में निष्पक्ष जांच, दोषियों पर सख्त कार्रवाई, और केंद्रीय सुरक्षा बल प्रदान किए जाने की मांग की है।
सुमन के वकील इमरान उल्लाह ने बताया कि याचिका पर सोमवार को सुनवाई की संभावना है।
“12 अप्रैल को फिर होगा प्रदर्शन, धमकियां मिल रही हैं” – वकील इमरान उल्लाह
वकील इमरान उल्लाह के अनुसार, संसद में रामजीलाल सुमन द्वारा दिए गए एक विवादास्पद बयान के बाद, करणी सेना और अन्य राजपूत संगठनों ने उनसे माफी की मांग की है। साथ ही धमकी दी गई है कि 12 अप्रैल को राजपूत समाज फिर से आगरा में प्रदर्शन करेगा।
सुरक्षा के लिए राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और गृह मंत्री तक पहुंचा मामला
रामजीलाल सुमन ने केवल अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाया, बल्कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, और गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखकर उचित सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार से कई बार अनुरोध करने के बावजूद सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई, जिसके चलते उन्हें कोर्ट की शरण लेनी पड़ी।
याचिका में ये मांगे रखी गईं:
- 26 मार्च को हुए हमले की निष्पक्ष जांच
- दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई
- रामजीलाल सुमन और उनके बेटे रणधीर सुमन को केंद्रीय सुरक्षा उपलब्ध कराना
राजनीतिक तनाव चरम पर, हाईकोर्ट की सुनवाई अहम
12 अप्रैल को संभावित विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई अब केवल सुरक्षा से जुड़ा मामला नहीं, बल्कि एक राजनीतिक संवेदनशील मुद्दे का भी केंद्र बन सकती है।

VIKAS TRIPATHI
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