
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 12 मई की रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ की गई बड़ी सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता की जानकारी साझा की। उनके भाषण का स्वर स्पष्ट और सख्त था — आतंकवाद पर भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, निर्णायक कार्यवाही करेगा।
‘सिंदूर हटाने की कीमत चुकाई गई है’
पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि बर्बरता की उस घटना ने देश को झकझोर दिया था। उन्होंने कहा, “छुट्टियां मना रहे निर्दोष लोगों को उनके बच्चों के सामने धर्म पूछकर मार देना — यह आतंक का वीभत्स चेहरा था। यह देश की आत्मा पर हमला था।”
उन्होंने कहा कि इस हमले के बाद पूरे देश ने एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और सरकार ने सेनाओं को पूरी छूट दी। “हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाने वालों को हमने मिटा दिया है।”
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की न्याय प्रतिज्ञा
पीएम ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि यह देश की करोड़ों माताओं-बहनों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। यह न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है।”
उन्होंने बताया कि 6 मई की रात और 7 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर सटीक हमले किए, जिनमें 100 से अधिक खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया।
‘भारत ने सीने पर वार किया’
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को सीमा पर युद्ध की उम्मीद थी, लेकिन भारत ने आतंक के सीने पर वार किया। उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना और मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को आसमान में ही ध्वस्त कर दिया, और उन एयरबेस को नष्ट कर दिया जिन पर पाकिस्तान को घमंड था।
पीएम ने कहा, “भारत ने सिर्फ तीन दिनों में पाकिस्तान की सैन्य और आतंकी संरचना को ऐसा झटका दिया, जिसकी उसे कल्पना तक नहीं थी। परिणामस्वरूप, 10 मई को पाकिस्तान ने भारत के DGMO से संपर्क कर गुहार लगाई।”
‘जवाबी कार्रवाई स्थगित की गई है, समाप्त नहीं’
प्रधानमंत्री ने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि “हमने अपनी सैन्य कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है, रोका नहीं है। पाकिस्तान के भविष्य के हर कदम को हम उसी कसौटी पर परखेंगे — आतंकवाद का समर्थन कर रहा है या समाप्त कर रहा है।”
‘टेरर और टॉक साथ नहीं’
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर दोहराया —
“भारत का मत स्पष्ट है — टेरर और टॉक एक साथ नहीं हो सकते। टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। खून और पानी भी एक साथ नहीं बह सकते।”
उन्होंने कहा कि अगर बातचीत होगी तो सिर्फ आतंकवाद और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर होगी।
‘पाक को आतंक की फसल उगाने से बाज आना होगा’
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी फौज और सरकार जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं, वो एक दिन खुद पाकिस्तान को ही तबाह कर देगा।
उन्होंने बहावलपुर और मुरीदके जैसे इलाकों का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये इलाके “ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटी” बन चुके हैं।
‘कोई न्यूक्लियर ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं’
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग की रणनीति को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “हम आतंक के सरपरस्तों और उनके आकाओं को अब अलग-अलग नहीं देखेंगे। हमारी कार्रवाई निर्णायक, सटीक और हमारी शर्तों पर होगी।”
सेनाएं पूरी तरह सतर्क
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की तीनों सेनाएं, BSF और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सतर्क और एकजुट हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक और अब ऑपरेशन सिंदूर — ये भारत की बदलती रणनीति के प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई की जानकारी नहीं थी, यह एक स्पष्ट संदेश था — भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा, और जो सिंदूर मिटाने का दुस्साहस करेगा, उसे मिटा दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर भारत के सामर्थ्य, संकल्प और सुरक्षा नीति में आए निर्णायक बदलाव का प्रतीक बन गया है
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