
गाजीपुर – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण इस्लामिक आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। बेगुनाह 27 लोगों की हत्या केवल इस आधार पर की गई कि वे हिंदू थे या हिंदुओं की सहायता कर रहे थे। इस अमानवीय कृत्य के बाद गाजीपुर जनपद के बिरनो ब्लॉक प्रमुख राजन सिंह ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राजन सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “इस हमले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता, यह कहना सिर्फ एक भ्रम है। पहलगाम में धर्म के आधार पर नरसंहार हुआ है। आतंकियों ने जाति, भाषा, राज्य, विचारधारा या राजनीतिक पहचान कुछ नहीं पूछा—सिर्फ नाम पूछा और धर्म देखकर गोलियां बरसाईं।”
उन्होंने कहा कि अगर किसी का नाम संदेहास्पद लगा, तो आतंकी उसके कपड़े उतरवाकर खतना जांचने लगे। यह बर्बरता नहीं, एक सुनियोजित धार्मिक हमला है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि हिंदू समाज जागे, जातिवाद, प्रांतवाद और भाषावाद से ऊपर उठकर एकजुट हो।
“जब बंदूकधारी आतंकी सामने खड़े होंगे, तब कोई जाति नहीं बचेगी, कोई भाषा नहीं पूछेगा। तब सिर्फ यह देखा जाएगा कि तुम हिंदू हो या नहीं,” उन्होंने भावुक स्वर में कहा।
उन्होंने देश के तथाकथित बुद्धिजीवियों और नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “जो लोग अब भी यह कह रहे हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता, उन्हें पहलगाम की चीखें सुननी चाहिए। 27 निर्दोषों की हत्या धर्म के आधार पर हुई है, यह नकारा नहीं जा सकता।”
राजन सिंह ने अंत में कहा कि “अगर धर्म बचेगा, तभी जाति, भाषा और पहचान बचेगी। अब समय है कि हर सनातनी एकजुट हो।” उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति और जीवित हिंदुओं की सद्बुद्धि के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
यह प्रतिक्रिया न केवल पीड़ा की अभिव्यक्ति है, बल्कि चेतावनी भी है—कि हम अगर अब भी नहीं जागे, तो कल यह त्रासदी किसी और पहलगाम में दोहराई जाएगी।