
गाजीपुर। फर्जी आय प्रमाणपत्र बनाने के मामले में प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। सदर तहसील क्षेत्र के नगवा कटैला के लेखपाल सुखबीर सिंह और जखनिया के लेखपाल राजेश तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।
सदर एसडीएम मनोज पाठक ने बताया कि लेखपाल ने ग्राम प्रधान के लिए गलत आय प्रमाणपत्र जारी किया था, जिसमें वार्षिक आय मात्र 42 हजार रुपये दर्शाई गई, जबकि ग्राम प्रधान की वास्तविक आय इससे कहीं अधिक है।
इससे पहले सैदपुर तहसील में भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जहां जॉइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बडवाल ने लेखपाल शिवकरण यादव को निलंबित किया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने दादरा दरबेपुर गांव की अप्सरा अंसारी को बीपीएल श्रेणी का फर्जी आय प्रमाणपत्र जारी किया, जबकि वह आंगनबाड़ी पद के लिए चयनित थीं। शिकायत के बाद मामले की जांच हुई और सच्चाई सामने आने पर उनकी नियुक्ति को होल्ड कर दिया गया।
प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन जखनिया और अन्य क्षेत्रों में ऐसे मामले अब भी सामने आ रहे हैं, जो दर्शाते हैं कि जमीनी स्तर पर निगरानी और पारदर्शिता बढ़ाने की आवश्यकता है।
