
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को औरंगज़ेब की प्रशंसा करने वालों पर तीखा हमला बोलते हुए महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी (SP) के नेता अबू आज़मी पर करारा तंज कसा। हाल ही में अबू आज़मी ने 17वीं शताब्दी के मुगल शासक औरंगज़ेब का बचाव किया था, जिसके बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी सभ्य मुसलमान अपने बेटे का नाम औरंगज़ेब नहीं रखेगा, क्योंकि वह एक क्रूर शासक था।
अबू आज़मी के बयान पर बढ़ा विवाद, विधानसभा से हुए निलंबित
पिछले हफ्ते अबू आज़मी ने यह दावा किया था कि औरंगज़ेब क्रूर नहीं था, बल्कि उसने हिंदुओं के लिए मंदिर भी बनवाए थे। इस बयान के बाद जबरदस्त राजनीतिक बवाल मचा, जिसके चलते महाराष्ट्र विधानसभा से उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।
यूपी विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दो टूक
उत्तर प्रदेश विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने अबू आज़मी को उनकी पार्टी से निष्कासित करने की मांग की और औरंगज़ेब की प्रशंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात दोहराई।
उन्होंने कहा,
“जो कोई औरंगज़ेब को नायक मानता है, वह मानसिक रूप से दिवालिया है। कोई भी समझदार व्यक्ति उसे अपना आदर्श नहीं मान सकता। औरंगज़ेब वह शासक था जिसने अपने ही पिता शाहजहाँ को क़ैद कर दिया और उसे पानी तक के लिए तरसा दिया। शाहजहाँ ने अपनी आत्मकथा में लिखा था कि उसका बेटा उसके अंतिम वर्षों को नर्क बना चुका था।”
हिंदू संस्कृति और औरंगज़ेब की विचारधारा में अंतर
योगी आदित्यनाथ ने हिंदू संस्कृति का उदाहरण देते हुए कहा,
“हिंदू अपने माता-पिता की न केवल जीवनभर सेवा करते हैं, बल्कि उनकी मृत्यु के बाद भी तर्पण और श्राद्ध कर्म कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। औरंगज़ेब की प्रशंसा करने वालों को इससे सीख लेनी चाहिए।”
औरंगज़ेब के धर्मनिरपेक्ष होने के दावे को किया खारिज
मुख्यमंत्री ने उन लोगों की आलोचना की जो औरंगज़ेब को धर्मनिरपेक्ष शासक बताने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा,
“अगर औरंगज़ेब सहिष्णु होता तो उसने बाबा विश्वनाथ धाम (वर्तमान ज्ञानवापी), श्रीकृष्ण जन्मभूमि (मथुरा) और असंख्य हिंदू मंदिरों को क्यों नष्ट किया? उसने हिंदुओं पर जज़िया कर लगाया और लाखों हिंदुओं का कत्लेआम कराया।”
योगी आदित्यनाथ की कड़ी चेतावनी
मुख्यमंत्री ने औरंगज़ेब का महिमामंडन करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा,
“ऐसे लोगों के लिए उत्तर प्रदेश में सबसे बेहतरीन इलाज मौजूद है। जो औरंगज़ेब को महिमामंडित करता है, उसे यूपी आकर देखना चाहिए कि ऐसे लोगों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।”
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में औरंगज़ेब की नीतियों की आलोचना करते हुए हिंदू धर्म और संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया। साथ ही उन्होंने अबू आज़मी के बयान को न केवल गलत बताया, बल्कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की। यूपी के मुख्यमंत्री के इस बयान से राजनीतिक हलकों में एक बार फिर गरमागरम बहस छिड़ गई है।

VIKAS TRIPATHI
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