
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को विश्वास जताते हुए कहा कि आगामी 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन 288 सीटों में से 175 से अधिक सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन करेगा। उन्होंने दावा किया, “महायुति 175 से अधिक सीटें जीतेगी और बारामती में मैं एक लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज करूंगा।”
युगेंद्र पवार का विरोध
हालांकि, एनसीपी (शरद पवार गुट) से बारामती सीट के उम्मीदवार युगेंद्र पवार ने अजित पवार के इस दावे को खारिज किया और कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करेगा और करीब 175-180 सीटें हासिल करेगा। युगेंद्र पवार ने कहा “मुझे नहीं लगता कि महायुति 175 सीटें जीत पाएगी। एमवीए को 175 या 180 सीटें मिल सकती हैं। 23 नवंबर को नतीजे साफ हो जाएंगे… जीत हमारी होगी। पानी की समस्या, बेरोजगारी, बढ़ते अपराध और भ्रष्टाचार जैसे बड़े मुद्दों पर हम काम करेंगे। हमारा देश हमेशा से धर्मनिरपेक्ष रहा है।”
https://twitter.com/AHindinews/status/1855854024425386335
बारामती में चुनावी टक्कर
इन चुनावों की सबसे दिलचस्प मुकाबलों में से एक बारामती में देखने को मिलेगा, जहां युगेंद्र पवार अपने चाचा अजित पवार के खिलाफ खड़े हैं। युगेंद्र, अजित पवार के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं।
बारामती 2024 के लोकसभा चुनावों में भी सुर्खियों में रहा था, जब अजित पवार की पत्नी सुनैत्रा ने शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को चुनौती दी थी, लेकिन सुप्रिया सुले ने 1.5 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।
कांग्रेस नेता अबा बागुल का विद्रोह
इस बीच, पुणे के कांग्रेस नेता अबा बागुल ने पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए, जिन्हें हाल ही में निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने पूछा, “10 नवंबर तक पार्टी नेतृत्व चुप क्यों रहा?”
चुनाव की तारीखें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी।
विश्लेषण: अजित पवार और युगेंद्र पवार के बयानों में स्पष्ट मतभेद नजर आता है, जो चुनावी माहौल को और गर्मा रहे हैं। बारामती में परिवार के भीतर यह संघर्ष राजनीतिक रूप से और भी रोचक हो गया है, जहां एक तरफ अजित पवार का प्रभाव है तो दूसरी तरफ उनके भतीजे युगेंद्र पवार जनता के मुद्दों को जोर-शोर से उठा रहे हैं।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।