गाजीपुर – सेवराई तहसील क्षेत्र के दिलदारनगर मंडी में किसानों के नाम पर धान की फर्जी खरीद का बड़ा मामला सामने आया है। मंडी सचिव पर बिचौलियों से मिलीभगत कर शासन-प्रशासन के निर्देशों की अनदेखी करने और कागजों में धान खरीद दिखाने का गंभीर आरोप है।किसान नेता भानु प्रताप सिंह को जब इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली, तो उन्होंने तत्काल मंडी समिति का निरीक्षण किया। वहां पहुंचने पर गोदाम में केवल 60 बोरी धान ही पाया गया, जबकि कागजों में 900 कुंतल धान की खरीदारी दर्शाई गई थी। इससे साफ जाहिर हुआ कि मंडी सचिव ने बिचौलियों से मिलकर कागजों पर फर्जी तरीके से धान की खरीद दिखाकर शासन के नियमों का उल्लंघन किया है।
शासन की सख्ती के बावजूद अनियमितता
भानु प्रताप सिंह ने बताया कि अभी क्षेत्र में धान की कटाई प्रारंभ हुई है, और इतनी बड़ी मात्रा में धान बेचा ही नहीं गया है। इसके बावजूद, कागजों में 900 कुंतल धान की खरीद दर्शाई गई है। यह सीधे तौर पर मंडी सचिव और बिचौलियों के बीच साठगांठ की ओर इशारा करता है। उन्होंने कहा, “शासन बिचौलियों पर कार्रवाई की बात कर रहा है, लेकिन अधिकारी अपने लाभ के लिए बिचौलियों के साथ मिलकर फर्जी खरीदारी कर रहे हैं।”
अधिकारियों से कार्रवाई की मांग
किसान नेता ने डिप्टी आरएमओ, एसडीएम और अन्य उच्च अधिकारियों को इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है और मंडी सचिव पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो किसान आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
जांच का आश्वासन
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम सेवराई संजय यादव ने कहा, “शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”इस घटना से क्षेत्र के किसानों में भारी आक्रोश है। किसानों का कहना है कि ऐसी अनियमितताएं कृषि क्षेत्र को नुकसान पहुंचा रही हैं और वास्तविक किसानों को उनके अधिकारों से वंचित कर रही हैं। मंडी सचिव के खिलाफ कार्रवाई न होने पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

