
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने सभी राजनयिक संबंध समाप्त कर दिए हैं। इसके साथ ही भारत में मौजूद हजारों पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का अंतिम आदेश जारी किया गया।
हालांकि, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में मौजूद हजारों पाकिस्तानी नागरिकों में से अब तक केवल कुछ सौ ही देश वापस लौटे हैं। सरकार ने सख्त चेतावनी दी है कि डेडलाइन खत्म होने के बाद जो भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में पाया जाएगा, उसे अवैध प्रवासी माना जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वाघा-अटारी बॉर्डर पर भारी भीड़, पाकिस्तानियों में मची अफरा-तफरी
भारत सरकार के इस कड़े फैसले के बाद वाघा-अटारी बॉर्डर पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। हजारों पाकिस्तानी नागरिक जल्द से जल्द भारत छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
सरकारी रिपोर्ट्स के अनुसार:
- अकेले दिल्ली में 5,000 से अधिक पाकिस्तानी नागरिक रहते हैं।
- उत्तर प्रदेश में करीब 2,000 पाकिस्तानी, मुंबई में भी 2,000 से अधिक पाक नागरिकों के मौजूद होने की सूचना है।
- उत्तराखंड में 250 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे थे, जिनकी पहचान कर उन्हें वापस भेजा जा रहा है।
डेडलाइन खत्म होने के बावजूद अब तक महज 537 पाकिस्तानी नागरिक ही वापस लौटे हैं।
डेडलाइन खत्म होने के बाद सख्त कार्रवाई की चेतावनी
सरकार द्वारा दी गई पहली डेडलाइन 27 अप्रैल को समाप्त हो चुकी है। दूसरी डेडलाइन 29 अप्रैल को खत्म होने वाली है, जिसमें केवल 24 घंटे शेष हैं।
अगर कोई पाकिस्तानी नागरिक तय समय के बाद भी भारत में पाया जाता है, तो उसे अवैध प्रवासी माना जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
अब तक कितने नागरिक लौटे?
सरकार के आदेश के बाद, अटारी-वाघा इंटरनेशनल बॉर्डर से अब तक पाकिस्तान लौटे और भारत वापस आए लोगों की संख्या:
- 24 अप्रैल: 28 पाकिस्तानी नागरिक लौटे, 105 भारतीय नागरिक भारत आए।
- 25 अप्रैल: 191 पाकिस्तानी नागरिक लौटे, 287 भारतीय नागरिक भारत आए।
- 26 अप्रैल: 75 पाकिस्तानी नागरिक लौटे, 335 भारतीय नागरिक भारत आए।
विशेष वीजा शर्तें:
- सार्क वीजा धारकों के लिए भारत छोड़ने की अंतिम तिथि 26 अप्रैल थी।
- मेडिकल वीजा धारकों के लिए अंतिम तिथि 29 अप्रैल निर्धारित की गई है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो ने दी पाकिस्तानियों की सूची, कार्रवाई तेज
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने दिल्ली पुलिस को 5,000 से अधिक पाकिस्तानी नागरिकों की सूची सौंपी है। इसके आधार पर राज्य पुलिस अब इन नागरिकों की पहचान कर उनकी वापसी सुनिश्चित कर रही है।
भारत सरकार के निर्देशों के तहत राज्य सरकारें तेजी से कार्रवाई कर रही हैं और जो भी पाकिस्तानी नागरिक अभी भी भारत में मौजूद हैं, उन्हें तुरंत देश छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
सरकार का स्पष्ट संदेश: समयसीमा के बाद भारत में रहना गैरकानूनी
सरकार के आदेश के मुताबिक, अगर कोई पाकिस्तानी नागरिक तय समयसीमा के बाद भारत में पाया जाता है, तो उसे अवैध प्रवासी घोषित कर कार्रवाई की जाएगी।
क्या होगी कार्रवाई?
- गिरफ्तारी और डिपोर्टेशन।
- कानूनी मामलों में कठोर सजा का प्रावधान।
- उनकी संपत्तियों की जांच और जब्ती की संभावना।
निष्कर्ष
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अब तक का सबसे कड़ा कदम उठाया है।
- राजनयिक संबंध समाप्त।
- 48 घंटे के भीतर पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश।
- डेडलाइन खत्म होते ही सख्त कार्रवाई की चेतावनी।
यह कदम भारत की स्पष्ट रणनीति का हिस्सा है, जिससे पाकिस्तान को आतंकवाद पर सख्त संदेश दिया जा सके।