गाज़ीपुर । बिरनो क्षेत्र के बहलोलपुर हनुमान मंदिर के प्रांगण में नव यूवक मंगल दल के बैनर तले गुरुवार की रात में नारद मोह प्रसंग के साथ रामलीला का मंचन शुरु हुआ आयोजन शुरु हुआ। इस मौके पर मेला समिति के प्रबंधक उदयभान सिंह ने फीता काटकर शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि रामलीला से जीवन जीने की सीख मिलती है।
इसके बाद नारद मोह की लीला का मंचन शुरू हुआ।

जिसमें पात्रों ने मंचन करते हुए दर्शाया कि नारदजी ने एक आश्रम में जन्म लिया। उनकी मां उस आश्रम की सेविका थी। ऋषि-महर्षियों के संग ने उनके मन में छुपी हुई आध्यात्मिक जिज्ञासा को जगा दिया और वह भी योग के रास्ते पर चल पड़े। एक दिन नारदजी और भगवान विष्णु साथ-साथ वन में जा रहे थे कि अचानक विष्णुजी एक वृक्ष के नीचे थककर बैठ गए।
बोले भई नारदजी कहीं से पानी मिल जाए तो लाओ। हमारा तो गला सूख रहा है। नारद जी तुरंत सावधान हो गए। उनके होते हुए भला भगवान प्यासे रहें। वह बोले भगवान अभी लाया, आप थोड़ी देर प्रतीक्षा करें। नारदजी एक ओर दौड़ लिए। उनके जाते ही भगवान मुस्कराए और अपनी माया को नारद जी को सत्य के मार्ग पर लाने का आदेश दिया। इस मंचन को देखकर दर्शक दीर्घा में बैठे हुए लोगो ने कलाकारों के प्रस्तुति को खूब सराहा।
नव यूवक मंगल दल रामलीला कमेटी के अध्यक्ष दिवाकर सिंह ने बताया कि शुक्रवार की रात्री में रामजन्म का मंचन किया जाएगा।
इस मौके पर उपमेला प्रबंधक लक्ष्मी राम यादव, डायरेक्टर पंकज पांडेय, पुजारी श्री गोविंद सिंह दास, महाराज जी पिंटू ,संतोष सिंह, आशुतोष सिंह, रणविजय सिंह, बृजमोहन विश्वकर्मा, डॉक्टर शिवकुमार शर्मा, विनोद सिंह ,प्रशांत सिंह, उमेश राजभर ,अश्वनी कुमार पांडेय, श्रीराम राजभर, गुड्डू विश्वकर्मा सहित अन्य कार्यकर्तागड़ मौजूद रहे।
