
मेरठ के परीक्षितगढ़ में वसूलीबाज पुलिसकर्मियों के एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। एसएसपी विपिन ताडा ने इस गिरोह में शामिल 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है।
ये पुलिसकर्मी खुद कंट्रोल रूम में झूठी कॉल करके शिकायत दर्ज करवाते और फिर घटनास्थल पर पहुंचकर अवैध वसूली करते थे। इसके बाद वे कंट्रोल रूम में फोन कर शिकायत को फर्जी बताकर क्लोज करवा देते थे।
यह गिरोह डॉयल 112 में तैनात था और गश्त के दौरान खुद ही झूठी सूचनाएं देकर अपनी लोकेशन पास में दिखाकर इवेंट हासिल कर लेता था। ऐसे ही एक झूठी शिकायत के बाद मामला खुला, जिसके बाद एसएसपी ने सभी दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।
कैसे हुआ खुलासा
जांच के दौरान पता चला कि एक अन्य मामले में कंट्रोल रूम से फीडबैक कॉल के दौरान शिकायतकर्ता ने बताया कि फोन पुलिसकर्मियों ने उसकी अनुमति के बिना किया था। इससे संदेह बढ़ा और कंट्रोल रूम ने एसएसपी को इसकी जानकारी दी। एसएसपी ने जांच करवाई, जिससे पूरा मामला उजागर हो गया।
विवरण
इन पुलिसकर्मियों में यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेंद्र कुमार, चालक राजन और होमगार्ड सुशील कुमार शामिल थे, जो पीआरवी UP32DG 6343 पर तैनात थे। एसएसपी ने सस्पेंड करने के साथ-साथ सिविल लाइंस थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, होमगार्ड के खिलाफ रिपोर्ट आवश्यक कार्रवाई के लिए कमांडेंट को भेज दी गई है।

VIKAS TRIPATHI
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