
UPSC: 1983 बैच की आईएएस अधिकारी और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह एक अगस्त से अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी। प्रीति सूदन 2022 से UPSC की सदस्य हैं।
साख की बहाली के समय नियुक्ति
प्रीति सूदन को ऐसे समय में UPSC का चेयरमैन बनाया गया है, जब आयोग की साख ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर विवाद के चलते सवालों के घेरे में है। इस महीने की शुरुआत में आयोग के अध्यक्ष मनोज सोनी ने अपना कार्यकाल खत्म होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल मई 2029 में खत्म होना था।
प्रशासनिक और व्यावसायिक अनुभव
प्रीति सूदन आंध्र प्रदेश कैडर की रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के रूप में उनका कार्यकाल जुलाई 2020 में समाप्त हुआ था। उन्होंने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अलावा रक्षा मंत्रालय में भी काम किया है। अपने कैडर राज्य आंध्र प्रदेश में उन्होंने वित्त, योजना, आपदा प्रबंधन, पर्यटन और कृषि प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाली है। इसके अलावा, उन्होंने वर्ल्ड बैंक के लिए सलाहकार के रूप में भी काम किया है।
महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में योगदान
रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में दो प्रमुख कार्यक्रम ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और ‘आयुष्मान भारत’ शुरू करने में प्रीति सूदन का अहम योगदान रहा है। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवर आयोग और ई-सिगरेट पर प्रतिबंध संबंधी कानून बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।