
भारत में वक्फ अधिनियम पारित हो चुका है और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब यह कानून का रूप ले चुका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वक्फ बोर्ड के पास देश की कितनी ज़मीन है? और इन जमीनों का कितना बड़ा हिस्सा कब्रिस्तानों, मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों के रूप में इस्तेमाल हो रहा है?
9.4 लाख एकड़ जमीन: देश का तीसरा सबसे बड़ा ज़मींदार
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा जमीन रक्षा मंत्रालय के पास है — लगभग 17.95 लाख एकड़। इसके बाद रेलवे के पास लगभग 12 लाख एकड़ ज़मीन है। तीसरे स्थान पर आता है वक्फ बोर्ड, जिसके पास कुल 9.4 लाख एकड़ जमीन दर्ज है।
चौंकाने वाली बात यह है कि उत्तर प्रदेश में वक्फ बोर्ड के पास सबसे ज्यादा ज़मीनें हैं। यहां तक दावा किया जाता है कि लखनऊ का राजभवन भी वक्फ की जमीन पर बना है।
वक्फ संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड: वामसी पोर्टल
वक्फ संपत्तियों में बढ़ते विवादों को देखते हुए साल 2009 में यूपीए सरकार ने इनका डिजिटलाइजेशन करवाया। इसके लिए वामसी पोर्टल (WAMSI) की शुरुआत की गई, जो आज भी वक्फ की संपत्तियों की जानकारी का आधिकारिक स्रोत माना जाता है।
कब्रिस्तान, मस्जिदें, मदरसे और व्यावसायिक उपयोग
वामसी पोर्टल के अनुसार:
- 1,50,569 संपत्तियों का उपयोग कब्रिस्तान के रूप में हो रहा है (जो कुल वक्फ संपत्तियों का 17% है)
- 1.19 लाख संपत्तियों पर मस्जिदें बनी हैं
- 17,000 संपत्तियों पर इमामबाड़ा / आशूरखाना
- 14,000 संपत्तियों पर मदरसे
- 34,000 संपत्तियों पर दरगाह या मज़ार
- 1.13 लाख संपत्तियां व्यावसायिक उपयोग में हैं
- 92,000 संपत्तियों पर रिहायशी मकान बने हुए हैं
- शेष संपत्तियां कृषि भूमि हैं
क्या होता है वक्फ?
“वक्फ” का अर्थ होता है—दान। मुस्लिम समाज में जब कोई व्यक्ति बिना वारिस के मरता है, तो उसकी संपत्ति वक्फ बोर्ड को चली जाती है। कई बार कोई अमीर व्यक्ति स्वेच्छा से समाज की भलाई और धार्मिक कार्यों के लिए भी अपनी संपत्ति दान कर देता है। यह दान की गई संपत्ति ही आगे चलकर मस्जिदों, मदरसों, कब्रिस्तानों, दरगाहों आदि के काम आती है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।