
यूपी के बुलंदशहर जिले की शिकारपुर पुलिस की निर्दोष युवक को क्रिमिनल बनाने की करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद एसएसपी श्लोक कुमार ने एक्शन लेते हुए तुरंत कार्रवाई की। सीसीटीवी फुटेज की प्रारंभिक जांच एसपी क्राइम से कराने के बाद शिकारपुर के SHO राजेश चतुर्वेदी, उपनिरीक्षक पुष्पेंद्र चौधरी, कांस्टेबल सुनील कुमार और धर्मेंद्र को निलंबित कर दिया गया। वहीं, होमगार्ड नुरहसन और भूपेंद्र के खिलाफ कमांडेंट को कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।
वायरल वीडियो में, शिकारपुर पुलिस की करतूत स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। वीडियो में दिखाया गया है कि चेकिंग के नाम पर एक सफेद कार को रोका गया, जिसे छह वर्दीधारी घेरे हुए थे। उनमें से एक वर्दीधारी बाइक के थैले से कपड़े में लिपटा तमंचा निकालकर उसे सफेद कार में रखते हुए दिखाई दे रहा है। इस सीसीटीवी फुटेज के वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
पीड़ित युवक अमित के पिता दिनेश ने बताया कि उनका बेटा एक समारोह से लौट रहा था, जब 21 जुलाई 2024 को उपनिरीक्षक पुष्पेंद्र चौधरी ने कार चेकिंग के बहाने तमंचा और कारतूस बरामद दिखाकर अमित को गिरफ्तार कर लिया, कार को सीज कर दिया और अमित को जेल भेज दिया।
जेल से छूटने के बाद, पीड़ित युवक के पिता ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली। दिनेश ने बताया कि जेल से जमानत पर छूटने के बाद, उन्होंने बेटे को निर्दोष साबित करने के लिए घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी। एक दुकान के सीसीटीवी कैमरे में पुलिस कर्मियों की करतूत कैद हो गई। वीडियो मिलने के बाद, दिनेश ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बुलंदशहर के एसएसपी श्लोक कुमार से न्याय और कार्रवाई की गुहार लगाई।
एसएसपी श्लोक कुमार ने प्रकरण की प्रारंभिक जांच एसपी क्राइम डॉ. आरके मिश्रा से कराई। एसपी क्राइम ने बताया कि एसएसपी ने वीडियो में दिख रहे शिकारपुर के SHO राजेश चतुर्वेदी, दरोगा पुष्पेंद्र चौधरी, कांस्टेबल सुनील कुमार और धर्मेंद्र को निलंबित कर दिया है, जबकि होमगार्ड नुरहसन और भूपेंद्र के खिलाफ कार्रवाई के लिए कमांडेंट को रिपोर्ट भेजी है।

VIKAS TRIPATHI
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