
नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र में एक ट्रेनी एसआई द्वारा कैब चालक के साथ लूटपाट और महिला पैसेंजर के साथ अभद्रता की घटना ने सभी को चौंका दिया है। राज्य सरकार जहां कानून व्यवस्था को सुधारने और पुलिस-पब्लिक रिश्तों को बेहतर करने की कोशिश कर रही है, वहीं इस घटना ने सरकारी प्रयासों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटनाक्रम:
2 अगस्त को, ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा और उसके दो साथियों ने शराब के नशे में एक कैब में सवार महिला को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाया और उसे कॉल गर्ल कहकर अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद उन्होंने कैब चालक को लूट लिया। कैब चालक ने इस घटना की शिकायत की, लेकिन बिसरख चौकी के इंचार्ज ने मामले की गंभीरता को नजरअंदाज किया। उन्होंने ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा को बुलाकर पीड़ित के सामने शिनाख्त कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इसके साथ ही, कैब चालक को डराने-धमकाने का भी आरोप है।
पुलिस की कार्रवाई:
इस मामले में गहन दबाव के बाद, पुलिस ने बुधवार की देर रात को त्वरित कार्रवाई की और डीसीपी सुनीति, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, और ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा को निलंबित कर दिया। ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। पुलिस अब ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा के दो साथियों की तलाश में जुटी हुई है।
यह मामला पुलिस विभाग में सुधार की जरूरत और कानून के रखवालों की जिम्मेदारी पर एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करता है।

VIKAS TRIPATHI
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