नई दिल्ली/इस्लामाबाद:
अमेरिका की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ संघर्ष विराम महज चार घंटे भी नहीं टिक सका। शनिवार देर रात, पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम की शर्तों को दरकिनार करते हुए भारतीय क्षेत्र में ड्रोन भेजने की कोशिश की, जिसे भारतीय सुरक्षाबलों ने समय रहते मार गिराया। इस घटना से एक बार फिर से भारत-पाक सीमा पर तनाव चरम पर पहुंच गया है, वहीं पाकिस्तान में सैन्य विद्रोह और राजनीतिक तख्तापलट की अटकलें भी तेज हो गई हैं।
सीजफायर के कुछ घंटे बाद ही सेना ने नहीं मानी शहबाज़ की बात
पहलगाम आतंकी हमले के बाद उपजे तनाव को शांत करने के लिए अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सीजफायर में मध्यस्थता की थी, जिसे पाकिस्तान की शहबाज़ शरीफ सरकार ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन चार घंटे के भीतर ही पाकिस्तानी सेना ने प्रधानमंत्री के आदेशों को ठुकरा दिया और ड्रोन हमले की कोशिश कर दी। इस खुली अवहेलना को पाकिस्तान की राजनीतिक अस्थिरता और संभावित तख्तापलट का संकेत माना जा रहा है।
भारत के विभिन्न इलाकों में ड्रोन हमले की कोशिश, सेना ने सब किए नाकाम
सीजफायर उल्लंघन के बाद राजस्थान के बाड़मेर, पंजाब के फिरोजपुर, गुरदासपुर और पठानकोट, तथा जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और बारामूला में ड्रोन गतिविधि देखी गई। भारतीय सेना ने तत्परता दिखाते हुए इन सभी प्रयासों को विफल कर दिया। बारामूला और श्रीनगर में ड्रोन मार गिराए गए, वहीं पोखरण और कटरा में ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया।
फिरोजपुर में ब्लैकआउट और सायरन, बाजार बंद
सीजफायर के उल्लंघन के बाद पंजाब के फिरोजपुर में रात को ब्लैकआउट घोषित किया गया। जिला प्रशासन ने सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया और दुकानों को तत्काल बंद कराने के आदेश दिए। सड़कों पर चल रहे वाहनों की हेडलाइट तक बंद करवा दी गईं। हालांकि किसी धमाके की पुष्टि नहीं हुई, पर वायु हमले की आशंका से सायरन लगातार बजते रहे।
पाक सेना की गोलाबारी, जम्मू-राजौरी में भी तनाव
अखनूर, राजौरी और आरएस पुरा सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना ने तोपों से गोलाबारी की। जम्मू के पलांवाला और सांबा में नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ। बारामूला और श्रीनगर में संदिग्ध UAV देखे गए और पूरे इलाके में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। माता वैष्णो देवी मंदिर के तीर्थयात्रियों के आधार शिविर कटरा में भी सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया।
उमर अब्दुल्ला ने उठाए सवाल, कहा—‘यह कैसा संघर्ष विराम?’
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर सवाल उठाया, “संघर्ष विराम को आखिर हुआ क्या? श्रीनगर में धमाकों की आवाजें आ रही हैं!” उन्होंने एक वीडियो साझा करते हुए कहा, “यह कोई सीजफायर नहीं है। श्रीनगर के बीचोबीच वायु रक्षा इकाइयों ने अभी-अभी गोलीबारी शुरू की है।”
साफ संकेत: पाकिस्तान में सत्ता संघर्ष चरम पर
पाकिस्तानी सेना द्वारा शहबाज़ शरीफ सरकार की अवहेलना और अमेरिका की मध्यस्थता को दरकिनार करते हुए युद्धविराम तोड़ना इस ओर इशारा कर रहा है कि पाकिस्तान में सत्ता संघर्ष गहराता जा रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान की आंतरिक राजनीति एक बार फिर अस्थिर हो सकती है।