
कोलकाता के आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर की हत्या और बलात्कार के मामले में बड़ा मोड़ आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के हाथ 15 अप्रकाशित और अत्यंत संवेदनशील तस्वीरें लगी हैं, जो डॉक्टर के पोस्टमॉर्टम के दौरान ली गई थीं। इन तस्वीरों को जांच का अहम हिस्सा माना जा रहा है, जो इस मामले में साजिश का पर्दाफाश कर सकती हैं।
तस्वीरें और उनका महत्त्व:
तीन डॉक्टरों द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम में से एक डॉक्टर ने, अनियमितताओं का संदेह होने पर, मृतक के शरीर की क्लोज़-अप तस्वीरें खींची। ये तस्वीरें डॉक्टर ने खुद नहीं खींची थीं, बल्कि उन्होंने एक मेडिकल छात्र से अपने मोबाइल पर तस्वीरें खिंचवाईं। इनमें बाहरी चोटों, आंतरिक घावों, और यौन उत्पीड़न के निशानों के साथ-साथ जांच के लिए जुटाए गए नमूने शामिल हैं। अब ये तस्वीरें CBI की जांच में अहम सबूत के रूप में काम आ रही हैं और दिल्ली में फोरेंसिक परीक्षण के लिए भेजी जा चुकी हैं।
अनियमित पोस्टमॉर्टम और डॉक्टर की आपत्ति:
सामान्यतः, सूर्यास्त के बाद बिना उच्च अधिकारियों की लिखित अनुमति के पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाता है। इस मामले में ऐसी कोई अनुमति नहीं पाई गई। बावजूद इसके, तीन डॉक्टरों की एक टीम ने पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें एक डॉक्टर ने इसका विरोध किया। उन्हें इस मामले में गड़बड़ी का संदेह हुआ और उन्होंने छिपकर तस्वीरें लेने का निर्णय लिया, जो अब मामले के खुलासे में महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश:
CBI ने मामले में एक अन्य महत्वपूर्ण सबूत भी जुटाया है। एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई है, जिसमें आर.जी. कर अस्पताल के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष का नाम जुड़ा है। ऑडियो में अस्पताल में इस्तेमाल की गई सिरिंज और सेलाइन बोतलों के अवैध पुनः उपयोग का खुलासा होता है, जिससे जुड़े लोग मुनाफा कमा रहे थे। CBI को शक है कि मृतक डॉक्टर ने इस अवैध गतिविधि का खुलासा किया था, जिसके कारण उसकी हत्या कर दी गई।
सीबीआई की जांच की दिशा:
CBI अब इन सभी सबूतों को जोड़कर मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। फोरेंसिक जांच के बाद यह और साफ हो जाएगा कि इन तस्वीरों और ऑडियो रिकॉर्डिंग में कितनी सच्चाई है, और क्या यही डॉक्टर की हत्या का कारण था।
इस चौंकाने वाले खुलासे ने कोलकाता के इस हत्याकांड को एक बड़ी साजिश के रूप में सामने लाया है, और अब सभी की नजरें CBI की आगामी जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस रहस्यमयी मौत का सच सामने ला सकती है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।