
नई दिल्ली। पुलवामा हमले और फिर पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक मोर्चा खोल दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने आतंक के अड्डों को ध्वस्त कर दिया है और अब कूटनीतिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को चौतरफा घेरा जा रहा है।
22 मिनट में तबाह कर दिए 9 ठिकाने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीकानेर की जनसभा में स्पष्ट चेतावनी दी—“अगर अब भी पाकिस्तान न सुधरा तो उसका नामो-निशान मिटा देंगे।” पीएम मोदी ने बताया कि 22 तारीख को हुए हमले के जवाब में मात्र 22 मिनट में आतंक के 9 सबसे बड़े ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। मोदी ने कहा, “अब न ट्रेड होगा, न टॉक होगी, न पानी मिलेगा। अगर कोई बातचीत होगी तो सिर्फ PoK से अवैध कब्जा हटाने पर।”
जयशंकर का दो टूक संदेश: “परमाणु ब्लैकमेल नहीं चलेगा”
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने जर्मनी से पाकिस्तान को चेताया, “भारत आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है। परमाणु ब्लैकमेल के आगे हम नहीं झुकेंगे। किसी को कोई भ्रम नहीं रहना चाहिए।” जयशंकर हर दौरे पर पाकिस्तान की पोल खोलने में जुटे हैं। यूरोप से लेकर एशिया तक हर मंच पर भारत अब खुलकर पाकिस्तान को आतंक प्रायोजक देश के रूप में उजागर कर रहा है।
शाह ने किया पाकिस्तान को बेनकाब: “खुद मान लिया आतंक समर्थक देश”
बीएसएफ कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सूझबूझ और सेनाओं की पराक्रम का अद्भुत संगम है। जब हमने आतंकियों पर हमला किया तो पाकिस्तान तिलमिला उठा – इससे स्पष्ट हो गया कि आतंकियों और पाक में कोई फर्क नहीं।”
संयुक्त राष्ट्र में भारत का कड़ा प्रहार
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “जो देश आतंकियों और आम नागरिकों में फर्क नहीं करता, उसे मानवाधिकारों की बात करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। पाकिस्तान 26/11 से लेकर पहलगाम हमले तक लगातार भारत पर आतंक थोपता रहा है।” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंक के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
WHO में 100 सेकंड में पाकिस्तान की बोलती बंद
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मंच पर भारतीय प्रतिनिधि अनुपमा सिंह ने पाकिस्तान को 100 सेकंड में कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा, “आतंकवाद के प्रायोजक खुद को पीड़ित बताकर दुनिया को गुमराह नहीं कर सकते। पाकिस्तान सिंधु जल संधि पर भी झूठ फैलाकर दुनिया को भ्रमित करने में जुटा है।”
33 देशों में चलेगा पाकिस्तान को बेनकाब करने का अभियान
भारत ने अब वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को पूरी तरह अलग-थलग करने की रणनीति बनाई है। भारत के सांसद 33 देशों में जाकर पाकिस्तान की असलियत उजागर करेंगे। कुछ सांसदों ने अभियान शुरू कर दिया है, बाकी अगले कुछ हफ्तों में विभिन्न देशों की संसदों और मंचों पर पाकिस्तान की आतंक नीति को बेनकाब करेंगे।
पाकिस्तान की ‘परमाणु गीदड़भभकी’ नहीं चलेगी
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवाद को केवल शब्दों में नहीं, बल्कि कार्रवाई के दम पर जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री से लेकर विदेश मंत्री, राजनयिकों से लेकर सैनिकों तक – हर स्तर पर एक स्पष्ट संदेश जा चुका है – “आतंकवाद का साथ दोगे, तो तबाही तय है।”