
नई दिल्ली 7 नवंबर पूर्व राजनयिक मणि शंकर अय्यर ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर चिंता और निराशा जताई, उन्हें “संदिग्ध चरित्र का व्यक्ति” बताते हुए कहा, “मुझे बेहद दुख है कि ऐसे संदिग्ध चरित्र के व्यक्ति को दुनिया के सबसे ताकतवर लोकतंत्र का राष्ट्रपति चुना गया।”
अय्यर ने ट्रंप के खिलाफ हुए कानूनी मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि हश-मनी मामले में ट्रंप पर आरोप लगे हैं, जिसमें उन्होंने स्टॉर्मी डेनियल्स को 2016 के चुनाव से कुछ दिन पहले भुगतान किया था। अय्यर ने कहा, “मूल्य आधारित सोच की कमी दिखी। यह दुखद है कि इतने शक्तिशाली देश का नेतृत्व ऐसा व्यक्ति करेगा, जिस पर 34 मामलों में दोषी ठहराया गया है और जिसने अपनी बदनामी खुद की है। ऐसे व्यक्ति का राष्ट्रपति बनना देश और दुनिया के लिए सही नहीं है।”
रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस चुनाव में अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को हराकर निर्णायक जीत दर्ज की है, और वे अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। ट्रंप के लिए यह उनका दूसरा कार्यकाल होगा।
अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच संबंधों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूँ कि पीएम मोदी और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत स्तर पर विशेष संबंध हैं, जो मुझे लगता है कि पीएम मोदी और उनकी व्यक्तिगत पसंद पर बुरा प्रभाव डालते हैं।”
ट्रंप और मोदी के संबंध लंबे समय से चर्चा का विषय रहे हैं। 2019 में ‘हाउडी मोदी’ रैली में पीएम मोदी ने ट्रंप को अमेरिका आमंत्रित किया, और इसके बाद 2020 में ‘नमस्ते ट्रंप’ रैली के माध्यम से ट्रंप का भव्य स्वागत किया गया।
हालांकि, 2024 के चुनावों के दौरान पीएम मोदी ने ट्रंप और कमला हैरिस दोनों से दूरी बनाए रखी और किसी भी प्रकार का समर्थन देने से बचते रहे।
अय्यर ने कमला हैरिस की हार पर भी अफसोस जताया। उन्होंने कहा, “कमला हैरिस के पास कम समय था, लेकिन उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन अमेरिकी समाज में गहरे विभाजन उनके खिलाफ हो गए और वे हार गईं।”
कमला हैरिस के जीतने पर यह एक ऐतिहासिक कदम होता, क्योंकि वह पहली भारतीय मूल की महिला और राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला होतीं।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।