गाजीपुर, 8 अक्टूबर: जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जल निगम ग्रामीण/शहरी, सीएनडीएफ, आवास विकास परिषद, लोक निर्माण विभाग, यूपीपीसीएल वाराणसी-आजमगढ़, सिंचाई निर्माण खंड, और अन्य कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों की उपस्थिति में निर्माण कार्यों का विस्तृत आकलन किया गया।

निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि बिना उनके अनुमोदन के किसी भी कार्यदायी संस्था द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र (यूसी) न भेजी जाए। इसके बावजूद यदि कोई विभाग यूसी भेजता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, सभी नामित अधिकारियों को समय-समय पर निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
अनुपस्थित अधिकारियों को स्पष्टीकरण का निर्देश
बैठक में अधिशासी अभियंता, राजकीय निर्माण निगम वाराणसी, यूपीपीसीएल, और सिंचाई निर्माण खंड वाराणसी के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण मांगा।
कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यों की देरी पर फटकार लगाते हुए कार्यदायी संस्थाओं को समय सीमा के भीतर कार्य पूरा करने और पूर्ण हुए कार्यों को जल्द से जल्द हैंडओवर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं से गुणवत्तापूर्ण और मानकों के अनुसार कार्य सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
धनाभाव के कारण रुके कार्यों की जानकारी
जिलाधिकारी ने उन अधूरे कार्यों की भी जानकारी मांगी, जो धनाभाव के कारण रुके हुए हैं, और संबंधित विभागों को पत्राचार कर इस समस्या को सुलझाने के निर्देश दिए। उन्होंने धन आवंटन के बाद भी प्रगति न होने वाले कार्यों पर नाराजगी जताई और संबंधित एजेंसियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए कहा।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र सरोज, परियोजना निदेशक राजेश यादव, अर्थ एवं संख्याधिकारी, एडीएसटीओ, और विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारीगण उपस्थित थे।
