लखनऊ: प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रही और निर्णय को लेकर चर्चा में रहने वाली बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को फिर एक बार अपना उत्तराधिकारी बना दिया है. बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने विवादित बयान को लेकर आकाश आनंद पर कार्यवाही करते हुए साइडलाइन कर दिया था. मायावती ने कहा था कि पूर्ण परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारियों से अलग रखा जाएगा. अब आकाश आनंद को फिर बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आज एक बड़ा राजनीतिक फ़ैसला ले लिया है. मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. लखनऊ में बसपा की बैठक में जिस अन्दाज़ में मायावती ने आकाश आनंद के सिर पर हाथ रखा, उससे इस बात के क़यास सुबह ही लगने लगे थे कि मायावती आकाश आनंद की वापसी का फ़ैसला ले सकती हैं. राजनीति में आकाश आनंद की शुरुआत नेशनल कॉर्डिनेटर के पद से हुई थी. मायावती के संगठन को खड़ा करने और चुनाव प्रचार करने के लिए आकाश आनंद को पहले नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया और इसके बाद 10 दिसंबर 2023 को उन्हें मायावती ने अपना उत्तराधिकारी बना दिया था. आकाश ने सक्रिय राजनीति शुरू की और लोकसभा चुनाव में जमकर प्रचार किया, लेकिन लोकसभा चुनाव के बीच 7 मई 2024 को मायावती में आकाश आनंद को ना सिर्फ़ नेशनल कॉर्डिनेटर के पद से, बल्कि उत्तराधिकारी के पद से भी हटा दिया. साथ ही उन्हें राजनीतिक तौर पर अपरिपक्व बता दिया था. कयास लगाया जा रहा है कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण के लोक सभा चुनाव में निर्वाचित होने के बाद और बहुजन समाज पार्टी की करारी हार के बाद मायावती ने पार्टी को मज़बूत स्थिति में पुनः लाने के लिए यह निर्णय लिया है।

