
गाजीपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए देशभर में सतर्कता बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में गाजीपुर में बुधवार को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए दो चरणों में मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) किया गया।
पहली ड्रिल दिन में गाजीपुर स्थित अफीम फैक्ट्री में की गई, जिसमें CISF, यूपी पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें शामिल रहीं। इस दौरान आतंकवादी हमले या अन्य आपात स्थिति से निपटने की रणनीति का अभ्यास किया गया।
दूसरी ड्रिल रात 8:00 बजे से 8:10 बजे तक हुई, जिसमें शहरभर में ब्लैकआउट (बत्ती गुल) कर दिया गया। सभी लाइटें बंद कर दी गईं और क्षेत्र पूरी तरह अंधेरे में डूब गया। इस दौरान प्रशासन, पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने सतर्कता के साथ स्थिति की निगरानी की।

ड्रिल का उद्देश्य आम नागरिकों को आपात स्थितियों के प्रति जागरूक करना और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखना था। प्रशासन द्वारा नागरिकों को पहले ही सूचित किया गया था और लोगों ने इस अभ्यास में सहयोग किया।
इसके अतिरिक्त, रेलवे स्टेशन पर RPF और GRP द्वारा भी मॉक ड्रिल की गई, जिसमें यात्री सुरक्षा और त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारियों का अभ्यास किया गया।
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह एक पूर्व नियोजित अभ्यास था और किसी भी प्रकार की वास्तविक आपात स्थिति नहीं थी। यह ड्रिल दर्शाती है कि देश हर चुनौती से निपटने के लिए सतर्क और तैयार है।
