
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने पिछले काफी दिनों से विवादों में घिरीं आईएएस पूजा खेडकर को वापस मसूरी अकादमी भेज दिया है। राज्य सरकार ने पूजा खेडकर की ट्रेनिंग को रद्द कर दिया है। एमबीबीएस डॉक्टर से आईएएस बनी पूजा खेडकर पर आरोप हैं कि उन्होंने आईएएस बनने के लिए गलत मेडिकल और ओबीसी सर्टिफिकेट (नॉन क्रीम लेयर) का सहारा लिया। खेडकर के खिलाफ केंद्र सरकार की तरफ से गठित पैनल की रिपोर्ट आने से पहले राज्य सरकार ने एक्शन लिया है। साल 2022 में यूपीएससी में चयनित हुई पूजा खेडकर को ऑल इंडिया में 821वीं रैंक मिली थी। मसूरी में जरूरी ट्रेनिंग के बाद पूजा खेडकर को महाराष्ट्र कैडर मिला था। इसके बाद उन्हें लोकसभा चुनावों से पहले पुणे में प्रशिक्षु आईएएस के तौर पर तैनात किया गया था, जहां वह वीआईपी नंबर प्लेट, लाल बत्ती और केबिन कब्जाने के मामलों के बाद विवादों में घिर गई थीं। इसके बाद पूजा खेडकर का तबादला वाशिम कर दिया गया था। यहां पर उन्हें अस्सिटेंट कलेक्टर सुपरन्यूमेरेरी बनाया गया था।
कितनी पढ़ी-लिखी हैं पूजा खेडकर?
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले की पाथर्डी तहसील से आने वाली पूजा खेडकर की मां का नाम मनोरमा खेडकर है और उनके पिता का नाम दिलीप खेडकर है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार पूजा खेडकर ने 10वीं की परीक्षा 83% और 12वीं की परीक्षा 74% अंकों के साथ उत्तीर्ण की थी। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर बनने के लिए प्रवेश परीक्षाएं दी थीं। सीईटी परीक्षा में उनके कम अंक आए थे, लेकिन प्राइवेट कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम की परीक्षा में 200 में 146 अंक पाकर पूजा खेडकर ने पुणे के श्रीमती काशीबाई नवले मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया था। यहां पर पूजा खेडकर ने MBBS की डिग्री हासिल की थी। तब उन्होंने प्रवेश लेने पर कॉलेज में कोई भी विकलांगता सर्टिफिकेट जमा नहीं किया था। पूजा खेडकर को महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेस, नासिक यूनिवर्सिटी कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री मिली थी। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार पूजा खेडकर पेडियाट्रिक्स यानी बाल चिकित्सक हैं। उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री प्रथम श्रेणी में पास की थी। सिविल लिस्ट में पूजा खेडकर की उम्र 16 जनवरी, 1990 दर्ज है।
पूजा खेडकर ने पहले की ये नौकरियां
34 साल की पूजा खेडकर आईएएस बनने से पहले नवंबर 2021 में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की असिस्टेंट डायरेक्टर बनी थीं, हालांकि इसके बाद जब वह 2022 में आईएएस में चयनित हुई तो वह ट्रेनिंग के लिए मसूरी गईं। इसके बाद उन्हें पुणे में प्रशिक्षु आईएएस के तौर पर तैनाती दी गई थी। पूजा खेडकर के पिता महाराष्ट्र सरकार में अधिकारी रह चुके हैं और अब वह राजनीति में सक्रिय हैं। 2024 लोकसभा चुनावों में वह प्रकाश आंबेडकर की अगुवाई वाली वंचित बहुजन आघाडी (VBA) से चुनाव भी लड़े थे। तब उन्होंने अपनी 40 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी। पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर भालगांव की सरपंच रह चुकी हैं। पूजा खेडकर का एक भाई है जो लंदन में पढ़ता है, हालांकि पूजा खेडकर ने एक मॉक इंटरव्यू में दावा किया था कि वह अपने पिता से अलग मां के साथ रहती हैं। सरकारी दस्तावेजों में पूजा खेडकर ने अपना नाम पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर दर्ज कराया है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।