
बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। एक गांव के दो लोग जड़ी-बूटी की तलाश में जंगल की ओर गए थे। औषधियां ढूंढ़ते हुए उन्हें जंगल में एक ऐसा दृश्य दिखा कि उनके होश उड़ गए। उन्हें एक नरकंकाल मिला, जिसे देखकर वे तुरंत पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कंकाल बरामद कर लिया।
बांदा जनपद में 11 दिनों से लापता युवक का नरकंकाल मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और कंकाल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। यह मामला पैलानी थाना क्षेत्र के खरेई गांव के मजरा उसर डेरा का है। यहां 18 वर्षीय वरदानी निषाद 11 दिन पहले घर से लापता हो गया था। उसकी मां मीरा देवी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 8 जून को थाने में दर्ज कराई थी।
गांव के रहने वाले दो युवक, संतु और मिलन, जड़ी-बूटी खोजने के लिए जंगल गए थे। वहां उन्होंने एक सुनसान इलाके में नरकंकाल देखा। उन्होंने गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी और फिर पुलिस को सूचना दी गई। मीरा देवी को जब यह जानकारी मिली, तो वह मौके पर पहुंचीं और वहां पड़े अपने बेटे के चप्पल, कपड़े, टी-शर्ट और झोला देखकर पहचान गईं।
घटना की सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज राजेश मिश्रा, थाना प्रभारी संदीप पटेल, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड टीम मौके पर पहुंचकर नरकंकाल को कब्जे में लिया। वरदानी की मां मीरा देवी ने बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से अपने मायके में रह रही हैं। उनके पिता की इकलौती बेटी थीं। उनकी शादी धुंधपुर मौहर, जिला हमीरपुर में हुई थी। 6 वर्ष पूर्व उनके पति ने फांसी लगा ली थी। मीरा देवी ने बताया कि उनके तीन लड़के और एक लड़की हैं: वरदानी (18 वर्ष), देवश्री (15 वर्ष), देवराज (10 वर्ष) और देवनारायण (8 वर्ष)। मां ने बताया कि उनका बेटा खदान पर पानी के पाउच बेचने गया था और उसी शाम से लौटा नहीं। इस घटना से मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

VIKAS TRIPATHI
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