
उज्जैन, मध्य प्रदेश – धार्मिक नगरी उज्जैन के शीतला माता मंदिर में एक मुस्लिम युवक द्वारा नमाज़ पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे शहर का माहौल गरमा गया है। मंदिर परिसर में नमाज़ अदा करने की इस घटना को लेकर हिंदू संगठनों में तीव्र आक्रोश देखने को मिला है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है और जांच जारी है।
वीडियो वायरल: मंदिर में अदा की गई नमाज़
यह वीडियो उज्जैन जिले के खाचरोद क्षेत्र की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित शीतला माता मंदिर का है। वायरल वीडियो में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति मंदिर परिसर में शाम के वक्त नमाज़ पढ़ते हुए नजर आ रहा है। उस समय मंदिर में मौजूद श्रद्धालु कमला ने यह दृश्य देखा और तुरंत थाने जाकर इसकी शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नमाज़ पढ़ रहे व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान यूसुफ नामक व्यक्ति के रूप में हुई है। ग्रामीण एडिशनल एसपी मयूर खंडेलवाल ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और जल्द ही इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
हिंदू संगठनों का विरोध, थाने में दर्ज कराया प्रदर्शन
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, महाकाल सेना, विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। संगठन के कार्यकर्ता थाने पहुंचे और नारेबाजी करते हुए इस घटना को धार्मिक भावना को आहत करने वाला बताया।
महाकाल सेना के संगठन मंत्री रूपेश मेहता ने कहा:
“हम मंदिर परिसर में नमाज़ पढ़े जाने की इस हरकत की निंदा करते हैं। यूसुफ किसी अन्य स्थान पर नमाज़ पढ़ सकता था। यह स्पष्ट रूप से सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश है। इसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए और दोषी को सजा मिलनी चाहिए।”
धार्मिक भावनाएं आहत, पुलिस पर कार्रवाई का दबाव
हिंदू संगठनों का आरोप है कि यह घटना एक पूर्व-नियोजित प्रयास हो सकती है, जिसके पीछे धार्मिक भावनाओं को आहत करने और सामाजिक तनाव फैलाने की मंशा हो सकती है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और वायरल वीडियो की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यूसुफ मंदिर में नमाज़ पढ़ने क्यों आया और क्या यह जानबूझकर किया गया कृत्य था।
सामाजिक सौहार्द पर सवाल
यह घटना उस समय सामने आई है जब देश में धार्मिक सहिष्णुता को लेकर बहसें पहले से ही चल रही हैं। उज्जैन, जो महाकाल की नगरी के रूप में प्रसिद्ध है, वहां इस प्रकार की घटना ने स्थानीय लोगों को चिंतित कर दिया है। कई लोगों का मानना है कि धार्मिक स्थलों की मर्यादा बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है, चाहे वह किसी भी धर्म से संबंधित हो।
शीतला माता मंदिर में नमाज़ पढ़े जाने की इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या धार्मिक स्थलों की सीमाएं और मर्यादाएं सुरक्षित हैं? पुलिस की जांच के नतीजे और प्रशासन की कार्रवाई पर अब पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हुई हैं।