
पुणे: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर केस में लगातार खुलासे हो रहे हैं। मुलशी तालुका में किसानों द्वारा उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश और बंदूक की नोक पर जान से मारने की धमकी से पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर मुसीबत में हैं। इस बीच पुलिस ने मांग की थी कि मनोरमा खेडकर की हिरासत बढ़ाई जाए क्योंकि मामले में अभी और जांच की जानी है। इसी सिलसिले में कल, यानी शनिवार को, मनोरमा खेडकर को कोर्ट ले जाया गया। इस बार उन्होंने कोर्ट को बताया कि कैसे जेल में उनके साथ नाइंसाफी हो रही है।
कोर्ट में बोलते हुए मनोरमा खेडकर ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “मुझे जेल में समय पर चाय और खाना नहीं दिया जाता। सुबह की चाय 9 बजे और रात का खाना देर रात डेढ़ बजे दिया जाता है। वहीं, मुझे सोने के लिए जो कमरा दिया गया था वह भी गीला है।”
जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं पूजा की मां
मनोरमा खेडकर की 2 दिन की और पुलिस हिरासत मांगी गई। पुलिस का कहना है कि वह इस बात की जांच करना चाहती है कि जिस जगह पर वारदात हुई, वहां कंटेनर का मालिक कौन था। साथ ही पुलिस का आरोप है कि इस मामले में गिरफ्तार मनोरमा खेडकर और दो अन्य आरोपी जांच में किसी भी तरह से सहयोग नहीं कर रहे हैं।
मनोरमा खेडकर के वकील ने क्या कहा
इन मामलों में जान से मारने की कोशिश की धारा 307 लागू नहीं होती, इसलिए आरोपी के वकील ने दलील दी कि पुलिस हिरासत नहीं बढ़ाई जानी चाहिए। इसी बीच कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाया है। मनोरमा खेडकर की पुलिस हिरासत दो दिन बढ़ा दी गई है। मनोरमा के आरोपों से जुड़े सीसीटीवी फुटेज की जांच अगली सुनवाई में की जाएगी।

VIKAS TRIPATHI
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