
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोमवार, 23 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सत्ताधारी पार्टी के भ्रष्टाचार के दावों की आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाए गए 23 विपक्षी नेता अब भगवा दल में शामिल हो चुके हैं।
यहाँ हैं संजय सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रमुख उद्धरण:
“कल से एक संवाद बार-बार मेरे दिमाग में आ रहा है, जो ए.के. हंगल साहब ने कहा था, ‘ये सन्नाटा क्यों पसरा है भाई?’ जब से अरविंद केजरीवाल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से पाँच सवाल पूछे हैं, तब से पूरा आरएसएस और बीजेपी चुप है। इसका मतलब उनके सवाल सही हैं। पूरा देश उन सवालों के जवाब चाहता है।”
संजय सिंह ने अपने बयान के ज़रिये यह स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी के आरोपों का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है, जिससे वे सवाल और भी महत्वपूर्ण हो गए हैं।
आरएसएस, जो खुद को देशभक्त और राष्ट्रवादी संगठन कहता है, उसके प्रमुख मोहन भागवत इस मुद्दे पर मौन हैं। संजय सिंह ने कहा, “कोई कुछ नहीं बोल रहा है। आरएसएस, जो खुद को देशभक्त कहता है, से कुछ सवाल पूछे गए थे, जो सिद्धांत और सत्य से जुड़े थे।”
उन्होंने आगे कहा, “जब सिद्धांतों की बात आई, तो अरविंद केजरीवाल ने दो बार मुख्यमंत्री का पद छोड़ दिया, लेकिन प्रधानमंत्री 75 साल की उम्र में भी कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। लोगों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए।”
संजय सिंह की यह टिप्पणी उस दिन आई जब आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों के लिए आरएसएस से जवाब मांगा। केजरीवाल ने सुझाव दिया कि बीजेपी की मूल संस्था आरएसएस को भगवा पार्टी को नियंत्रण में रखना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने मोहन भागवत से पूछा कि क्या बीजेपी के सेवानिवृत्ति के नियम प्रधानमंत्री मोदी पर भी लागू होंगे, जैसे एल.के. आडवाणी पर लागू हुए थे।
आरएसएस प्रमुख से सवाल पूछते हुए केजरीवाल ने यह भी जानना चाहा कि क्या मोहन भागवत बीजेपी की उस राजनीति से सहमत हैं, जिसमें नेताओं को पहले भ्रष्ट कहा जाता है और फिर उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया जाता है।
अरविंद केजरीवाल के सवालों की सूची यहीं समाप्त नहीं हुई। केजरीवाल ने आगे यह भी पूछा कि जब बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी को चुनावी सफलता सुनिश्चित करने के लिए आरएसएस की आवश्यकता नहीं है, तो मोहन भागवत को कैसा लगा?
यह सवाल केजरीवाल ने आरएसएस और बीजेपी के बीच के संबंधों पर जोर देते हुए उठाया, जो भगवा दल के चुनावी रणनीति में आरएसएस की भूमिका को लेकर चर्चाओं का विषय बना हुआ है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।