
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर बढ़ते यातायात के दबाव को कम करने के लिए नोएडा प्राधिकरण पुश्ता रोड पर एक नया एक्सप्रेस-वे बनाना चाहता है। लेकिन, इस योजना में एक बड़ी अड़चन यह है कि पुश्ता रोड को अभी तक नेशनल हाईवे की श्रेणी में नहीं रखा गया है। इसलिए, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इस परियोजना का निर्माण करने से इंकार कर दिया है।
तीन से चार हजार करोड़ का अनुमानित खर्च
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम के अनुसार, इस परियोजना पर लगभग तीन से चार हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जो प्राधिकरण के लिए अकेले वहन करना संभव नहीं है। इसलिए, ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से इसे पूरा करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए एनएचएआई के साथ पुनः सर्वेक्षण कर इस प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे को नेशनल हाईवे की श्रेणी में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
यातायात के दबाव को कम करने की जरूरत
वर्तमान में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर प्रतिदिन लगभग 10 लाख वाहन चलते हैं। भविष्य में नोएडा एयरपोर्ट के बन जाने के बाद यह संख्या दोगुनी हो सकती है। इसलिए, सेक्टर-94 के पास से पुश्ता रोड पर एक नया एक्सप्रेस-वे बनाने की योजना बनाई गई है, जिसे सेक्टर-150 के पास यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इस नए लिंक से नोएडा एयरपोर्ट की ओर जाने वाले यात्री सीधे जुड़ सकेंगे, जिससे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात का दबाव कम होगा।
एनएचएआई के सहयोग की जरूरत
नोएडा प्राधिकरण ने इस योजना के लिए जमीन देने का प्रस्ताव रखा है, जबकि निर्माण कार्य एनएचएआई को करना था। हालांकि, एनएचएआई ने इस योजना को फिलहाल ठुकरा दिया है, लेकिन प्राधिकरण अब भी एनएचएआई से इस परियोजना को पूरा करने के लिए लगातार संपर्क में है।
पुश्ता रोड का सुधार कार्य
पुश्ता रोड का 11 किलोमीटर का हिस्सा, जो वर्तमान में खराब हालत में है, उसे सुधारने के लिए 15 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। यह रोड नोएडा के सेक्टर 128, 135, 150, 151, 168 के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा के कुछ क्षेत्रों को एक अतिरिक्त कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
इस योजना के सफल होने पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में यातायात की समस्या को काफी हद तक सुलझाया जा सकेगा।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।