
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक अहम फैसला लेते हुए 100 से अधिक फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (FDC) दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। 12 अगस्त को जारी की गई गजट अधिसूचना में कहा गया है कि ये दवाएं इंसानों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं, जबकि इनके सुरक्षित विकल्प भी उपलब्ध हैं।
बैन की गई दवाएं:
प्रतिबंधित दवाओं में एसिक्लोफेनाक 50 मिलीग्राम + पैरासिटामोल 125 मिलीग्राम टैबलेट, मैफेनैमिक एसिड + पैरासिटामोल इंजेक्शन, सिटीरिजिन एचसीएल + पैरासिटामोल + फिनाइलफ्राइन एचसीएल, लेवोसेटिरिजिन + फेनिलफ्राइन एचसीएल + पैरासिटामोल + क्लोरफेनिरामाइन मैलेट + फिनाइल प्रोफेनॉलमाइन, और कैमिलोफिन डाइह्राइड्रोक्लोराइड 25 मिलीग्राम + पैरासिटामोल 300 मिलीग्राम शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान:
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ये FDC दवाएं इंसानों के लिए हानिकारक हो सकती हैं और इनके उपयोग से शरीर में गंभीर नुकसान हो सकता है। इन दवाओं को तर्कहीन और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक माना गया है, इसलिए इन्हें बाजार से हटाना आवश्यक है।
DTAB की सिफारिश:
ड्रग्स टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड (DTAB) ने भी इन FDC दवाओं की जांच की थी और इन्हें खतरनाक बताते हुए इनके प्रतिबंध की सिफारिश की थी। इससे पहले, जून 2023 में भी 14 FDC दवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के इस फैसले का उद्देश्य लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है और दवाओं के उपयोग में किसी भी प्रकार की संभावित जोखिम को कम करना है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।