सैन फ्रांसिस्को / यूटा: अमेरिका के यूटा राज्य के स्पेनिश फोर्क शहर में स्थित इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) मंदिर पर अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर हमला किया है। इस्कॉन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, बीती रात मंदिर की इमारत और आसपास की संपत्तियों पर 20 से 30 राउंड फायरिंग की गई। इस हमले में हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन मंदिर की दीवारों को नुकसान पहुंचा है और गोलीबारी के समय श्रद्धालु मंदिर के अंदर मौजूद थे।
हमले की खबर फैलते ही अमेरिका समेत भारत में भी कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और अमेरिका की स्थानीय प्रशासन से त्वरित व कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
दूतावास ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक आधिकारिक बयान में कहा,
“हम यूटा के स्पैनिश फोर्क में इस्कॉन श्री श्री राधा कृष्ण मंदिर में हाल ही में हुई गोलीबारी की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। वाणिज्य दूतावास सभी भक्तों और समुदाय को पूर्ण समर्थन देता है और स्थानीय अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता है।”
यह पहला मामला नहीं
गौरतलब है कि अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। बीते कुछ वर्षों में कई बार ऐसे हमले सामने आए हैं, जहां मंदिरों को अपवित्र किया गया, दीवारों पर घृणास्पद संदेश लिखे गए और तोड़फोड़ की गई।
इस वर्ष मार्च में कैलिफोर्निया के चिनो हिल्स स्थित बीएपीएस (बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था) के मंदिर में भी अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ की थी। इसके अलावा कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो स्थित बीएपीएस मंदिर की दीवारों पर “हिंदुओं वापस जाओ” जैसे आपत्तिजनक नारे लिखे गए थे। इसी तरह न्यूयॉर्क के मेलविले स्थित श्री स्वामीनारायण मंदिर को भी अपवित्र किया गया था और वहां भी घृणा फैलाने वाले संदेश छोड़े गए थे।
इन घटनाओं ने अमेरिकी हिंदू समुदाय में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा किया है। वे लगातार धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
बढ़ती हेट क्राइम की घटनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में हाल के वर्षों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हेट क्राइम की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। खासतौर पर यह हमले न केवल समुदायों को आहत करते हैं, बल्कि अमेरिका में बसे भारतीयों के मन में भय और असुरक्षा की भावना भी उत्पन्न करते हैं।
इस्कॉन की अपील
इस्कॉन संस्था की ओर से हमले के बाद शांति बनाए रखने और पुलिस की जांच में सहयोग की अपील की गई है। संगठन ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और वह स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर मंदिर परिसर की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं।
यूटा में इस्कॉन मंदिर पर हुई यह गोलीबारी केवल एक धार्मिक स्थल पर हमला नहीं, बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता, सहिष्णुता और समुदायों के बीच सौहार्द्र के मूल सिद्धांतों पर हमला है। भारत सरकार की ओर से कड़ा रुख अपनाया गया है और यह अपेक्षा की जा रही है कि अमेरिकी प्रशासन दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर सख्त कार्रवाई करेगा।
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