
मुंबई – शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को पार्टी बैठक में वन नेशन, वन इलेक्शन के मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अगर देशभर में एक साथ चुनाव कराने की योजना लागू करनी है तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को प्रचार से दूर रहना चाहिए, ताकि चुनाव निष्पक्ष और गैर-प्रभावित हों।
उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार की इस पहल को सतही रूप से “ठीक” बताते हुए कहा कि “अगर वास्तव में समानता और पारदर्शिता लानी है, तो नियम सभी पर एक समान लागू हों। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जब खुद प्रचार करते हैं, तो चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते हैं।”
‘अमित शाह तीन पार्टियों के प्रमुख हैं’ – उद्धव का तीखा वार
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “अमित शाह एक नहीं, तीन-तीन पार्टियों के प्रमुख हैं। वे बीजेपी, ईडी और सीबीआई – इन तीनों के संचालनकर्ता की तरह काम कर रहे हैं।”
ठाकरे का यह बयान विपक्ष की ओर से लंबे समय से लगाए जा रहे आरोपों को बल देता है कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग राजनीतिक विरोधियों को डराने और दबाने के लिए किया जा रहा है।
राजनीति में निष्पक्षता पर सवाल
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख के बयान से यह साफ है कि विपक्ष एक साथ चुनाव के विचार को केवल तभी स्वीकार करेगा जब उसे सत्ता पक्ष की मनमानी और प्रचार मशीनरी के बेजा इस्तेमाल से रोका जाएगा।