गाजीपुर – गुरुवार को जनपद के स्वास्थ्य विभाग में उस वक्त हड़कंप मच गया जब सीएमओ ऑफिस का चर्चित बाबू अनिल कुमार चौबे को एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने गिरफ्तार कर लिया मामला जंगीपुर से विधायक डॉक्टर वीरेंद्र यादव के सगे साले विजय विक्रम से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है विजय विक्रम गोराबाजार में एक प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक है और उनके डायग्नोस्टिक सेंटर की लाइसेंस अवधि समाप्त हो गई है उसे वह पुनः बनवाना चाहते थे जिसके एवज में इस चर्चित बाबू ने₹40 हजार रुपए रिश्वत की मांग रखी थी इसके बाद विजय विक्रम ने स्वास्थ्य महकमें के इस बाबू को होश में लाने का ठान लिया था और उन्होंने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम वाराणसी को दिया जिसमें एंटी करप्शन टीम ने बाबू को विजय विक्रम के डायग्नोस्टिक सेंटर से ₹40000 लेते हुए गिरफ्तार कर लिया इतना ही नहीं कुछ डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक दबी जुबान से यह भी बता रहे हैं कि कोई भी काम हो उसके लिए चौबे जी पलक झपकते ही कर दिया करते थे जिसके एवज में मोटी रकम भी वसूला करते थे अगर सीएमओ साहब को टेलीफोन लगाया जाए तो चौबे जी ही बात किया करते थे ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बाबू का स्वास्थ्य विभाग में कितना रोब था मोटे रकम वसूलते थे। बाबू के गिरफ्तारी के बाद उसके पास से दो सोने के चैन ,एक अंगूठी, एक सोने की ब्रेसलेट, एक एप्पल का महंगा मोबाइल ,रिश्वत का ₹40 हजार रुपए और पॉकेट से 9500 रुपए ,एक घड़ी दो मोबाइल दो एटीएम कार्ड सहित दो पैन कार्ड बरामद हुआ है जिससे साफ होता है कि यह बाबू अपने बाबू गिरी चमकाने के लिए कैसे-कैसे अंदाज रखता था।

