
गाजीपुर: स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर में 8 फरवरी, शनिवार को दो दिवसीय 33वां जनपदीय रोवर्स एवं रेन्जर्स समागम का भव्य शुभारंभ हुआ। इस आयोजन में जनपद के विभिन्न महाविद्यालयों की रोवर्स एवं रेन्जर्स टीमों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत रहीं उपस्थित
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत उपस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि पी.जी. कॉलेज, गाजीपुर उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जहां से उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने संबोधन में युवाओं को नेतृत्व और समाज सेवा के प्रति प्रेरित करते हुए कहा, “यह कॉलेज सिर्फ शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि मेरे जीवन की नींव है। रोवर्स-रेन्जर्स जैसे कार्यक्रम युवाओं में नेतृत्व और सामाजिक सेवा की भावना विकसित करते हैं।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता अपर महाधिवक्ता अजीत कुमार सिंह ने की
कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश शासन के अपर महाधिवक्ता श्री अजीत कुमार सिंह ने की। उन्होंने रोवर्स-रेन्जर्स समागम की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन युवाओं में अनुशासन, एकजुटता और समाज सेवा के प्रति जागरूकता लाने का कार्य करता है।
प्राचार्य ने रोवर्स एवं रेन्जर्स आंदोलन के महत्व को बताया
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि यह आयोजन युवाओं को न केवल कौशल प्रदान करता है, बल्कि उनमें एकता, समर्पण और नेतृत्व की भावना भी विकसित करता है।
मार्च पास्ट, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रशिक्षण सत्र आयोजित
कार्यक्रम की शुरुआत स्काउट गाइड स्कार्फ पहनाने और ध्वजारोहण से हुई। इसके बाद रोवर्स एवं रेन्जर्स टीमों द्वारा भव्य मार्च पास्ट निकाला गया, जिसकी सलामी अतिथियों ने संयुक्त रूप से ली। समागम में विभिन्न गतिविधियों जैसे खेल, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए, जिसमें प्रतिभागियों ने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया।
समाज सेवा और आपदा प्रबंधन पर जोर
यह कार्यक्रम भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व, पर्यावरण संरक्षण और आपदा प्रबंधन जैसे गुणों का विकास करना है।
शिक्षकों और छात्रों का रहा विशेष योगदान
इस आयोजन में कॉलेज प्रशासन, शिक्षकगण और छात्रों का विशेष योगदान रहा। यह समागम गाजीपुर के शैक्षिक और सामाजिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जिसने युवाओं को प्रेरित करने और समाज सेवा की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश दिया।
