
गाजीपुर – मरदह शिक्षा क्षेत्र स्थित कम्पोजिट विद्यालय जरगो में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ रंगारंग और शानदार तरीके से संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, जिसे अतिथिगण ने सम्पन्न किया। विद्यालय की छात्राओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिवादन किया।
इस दौरान प्रस्तुत ‘नशा मुक्ति’, ‘सास-बहू’ और ‘सोशल मीडिया के दुरुपयोग’ जैसे नाटकों को दर्शकों ने खूब सराहा। बच्चों द्वारा प्रस्तुत ‘बड़ा नीक लागे अपन देशवा’ और ‘बेटी हिंदुस्तान की’ जैसे देशभक्ति नृत्यों ने दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी।

मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी मरदह राजीव यादव ने बच्चों के समग्र विकास में ऐसे आयोजनों की महत्ता पर बल देते हुए विद्यालय परिवार की प्रशंसा की। उन्होंने विद्यालय परिवार के इस भव्य आयोजन की सराहना की।
इस अवसर पर प्राथमिक विद्यालय डाड़ी कला से सेवानिवृत्त शिक्षकों को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम से पूर्व पीएम अजय के राज्य एक सलाहकार समिति के सदस्य एवं भाजपा जिलाध्यक्ष (अ०म०) श्री शैलेष कुमार और ग्राम प्रधान श्रीमती रेनू देवी द्वारा विद्यालय की चारदीवारी एवं गेट का लोकार्पण किया गया। साथ ही सामुदायिक सहभागिता के अंतर्गत बने विद्यालय के कंप्यूटर कक्ष का लोकार्पण खंड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव एवं श्री मारकण्डेय गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से सुभाष गुप्ता (पूर्व ब्लॉक प्रमुख), अच्छेलाल गुप्ता (उपसभापति, जिला सहकारी बैंक), अमरनाथ तिवारी (संस्थापक, साहित्य चेतना सम्मान), आनंद यादव (अध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षक संघ मरदह), वेदप्रकाश पाण्डेय (अध्यक्ष, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ मरदह), लालजी गुप्ता (पूर्व चेयरमैन), राजेश वर्मा, श्यामबलि मद्धेशिया, राजेश गुप्ता (जिलाध्यक्ष, मद्धेशिया वैश्य समाज), पारसनाथ यादव (जिला पंचायत सदस्य), श्रीराम राम, पूनम, मीरा यादव, आनंद प्रकाश यादव, घनश्याम यादव, सरिता, विनोद यादव, राधेश्याम यादव, दिवाकर मौर्या, रामप्रकाश पाण्डेय, धर्मेन्द्र कुमार (नोडल), राजीव सिंह (ARP), प्रांस कुमार (ARP), सुधीर पाण्डेय, भगवान दास, सीता मौर्या, विजय मधुरा सहित शिक्षा क्षेत्र के प्रधानाध्यापक एवं अन्य अतिथि उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान रामाश्रय गुप्ता ने की, संचालन विद्युत प्रकाश ने किया और आभार धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने व्यक्त किया।
