
कर्नाटक हाई कोर्ट ने शुक्रवार को जनता दल (सेक्युलर) के पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। यह याचिका उनके खिलाफ दर्ज बलात्कार और यौन उत्पीड़न के चौथे मामले से संबंधित थी।
याचिका खारिज करने का कारण
प्रज्वल रेवन्ना के वकीलों ने दलील दी कि मामले में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, इसलिए वे जमानत याचिका वापस लेना चाहते हैं। लेकिन न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने याचिका वापस लेने की अनुमति नहीं दी और इसे खारिज कर दिया।
प्रज्वल रेवन्ना पर लगे आरोप
प्रज्वल रेवन्ना पर चार गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनकी जांच कर्नाटक पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) कर रही है। ये मामले बलात्कार, यौन उत्पीड़न, और आपराधिक धमकी से संबंधित हैं।
चौथा मामला
- यह मामला 12 जून को बेंगलुरु के सीआईडी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया।
- आरोपों में यौन उत्पीड़न, स्टॉकिंग, आईटी एक्ट के तहत निजता का उल्लंघन, और आपराधिक धमकी शामिल हैं।
- शिकायतकर्ता महिला ने आरोप लगाया कि प्रज्वल रेवन्ना ने उसे एक वीडियो कॉल के जरिए परेशान किया।
पेन ड्राइव विवाद
चुनाव से पहले, 26 अप्रैल को, हासन में कथित रूप से आपत्तिजनक वीडियो वाली पेन ड्राइव्स का प्रसार हुआ, जिनमें प्रज्वल रेवन्ना के नाम का जिक्र था। इससे जुड़े मामलों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।
अन्य तीन मामले
पहला मामला
- 28 अप्रैल को हासन के होलेनारासिपुरा टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया।
- इसमें प्रज्वल रेवन्ना पर उनकी पूर्व घरेलू सहायक (47 वर्षीय) का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
- इस मामले में वह दूसरे आरोपी के रूप में सूचीबद्ध हैं, जबकि उनके पिता और स्थानीय विधायक एच डी रेवन्ना को मुख्य आरोपी बताया गया है।
दूसरा मामला
- यह मामला 1 मई को सीआईडी द्वारा दर्ज किया गया।
- इसमें हासन जिला पंचायत की एक 44 वर्षीय पूर्व सदस्य ने आरोप लगाया कि प्रज्वल रेवन्ना ने उनके साथ बार-बार बलात्कार किया।
तीसरा मामला
- यह मामला मैसूर के केआर नगर की 60 वर्षीय महिला के साथ बलात्कार का है।
- पीड़िता के बेटे ने पहले केआर नगर पुलिस स्टेशन में अपहरण का मामला दर्ज कराया था।
वर्तमान स्थिति
- प्रज्वल रेवन्ना वर्तमान में परप्पना अग्रहरा जेल, बेंगलुरु में न्यायिक हिरासत में हैं।
- उन्हें 31 मई को जर्मनी से लौटने पर बेंगलुरु एयरपोर्ट पर SIT द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
राजनीतिक प्रभाव
जनता दल (सेक्युलर) ने इन आरोपों के बाद प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निलंबित कर दिया है। इन मामलों ने पार्टी की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया है प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ इन आरोपों ने न केवल उनके राजनीतिक करियर पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि उनकी पार्टी के लिए भी एक चुनौती उत्पन्न की है। SIT इन सभी मामलों की गहन जांच कर रही है, और आगे की कानूनी कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी हैं।

VIKAS TRIPATHI
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