बिहार में सफलतापूर्वक संपन्न हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स के बाद अब राजस्थान खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 की मेजबानी करने जा रहा है। यह आयोजन 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक राज्य के सात प्रमुख शहरों—जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा और भरतपुर—में एक साथ आयोजित किया जाएगा। बारह दिनों तक चलने वाले इस विशाल खेल महोत्सव में देशभर के 200 से अधिक विश्वविद्यालयों से 5,000 से अधिक युवा एथलीटों के भाग लेने की उम्मीद है।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) का आयोजन भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIU) के सहयोग से किया जाता है। यह प्रतियोगिता विश्वविद्यालय स्तर के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर देती है, जिससे वे आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन कर सकें।
युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि “खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भारत के खेल परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। विश्वभर में विश्वविद्यालय ही भविष्य के चैंपियनों को आकार देने का कार्य करते हैं, और यही भावना KIUG को प्रेरित करती है।” उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान में होने वाला यह संस्करण न केवल खेल प्रतिभाओं को पहचानने और प्रोत्साहित करने का कार्य करेगा, बल्कि भारत की विविध संस्कृति और एकता को भी प्रदर्शित करेगा।
डॉ. मंडाविया ने यह भी कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “खेलो इंडिया” विजन का सशक्त उदाहरण है। इस पहल ने देश में खेलों को लेकर एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया है, जो भागीदारी, उत्कृष्टता और प्रतिभा विकास को प्रोत्साहित करता है। उनका मानना है कि विश्वविद्यालय स्तर के ये खेल छात्रों को खेल और शिक्षा दोनों में संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित करेंगे और प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ सौहार्द की भावना को भी मजबूत करेंगे।
खेलों की विविधता और आयोजन की भव्यता
KIUG 2025 में कुल 23 मेडल स्पोर्ट्स और एक डेमोंस्ट्रेशन श्रेणी का खेल शामिल होगा। इन खेलों में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, फेंसिंग, फुटबॉल, हॉकी, जूडो, कबड्डी, मल्लखंभ, रग्बी, शूटिंग, तैराकी, टेबल टेनिस, टेनिस, वॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, कुश्ती, योगासन, साइक्लिंग, बीच वॉलीबॉल, और कैनोइंग-कयाकिंग शामिल हैं। इस व्यापक सूची से यह स्पष्ट है कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स न केवल पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि नए और उभरते खेलों को भी समान अवसर दे रहे हैं।
पिछले संस्करणों की झलक
पूर्वोत्तर भारत में आयोजित पिछले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए समग्र चैंपियनशिप अपने नाम की थी। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर तीसरे स्थान पर रही थी। इन प्रतियोगिताओं ने यह साबित किया कि विश्वविद्यालय स्तर पर खेलों में भारत की युवा प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं।
खेलो इंडिया पहल का महत्व
खेलो इंडिया योजना, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की एक प्रमुख केंद्रीय योजना है, जिसका उद्देश्य देशभर में खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करना और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को पहचान कर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देना है। इस योजना के तहत अब तक देश में कुल 20 संस्करणों का सफल आयोजन किया जा चुका है—जिसमें 7 खेलो इंडिया यूथ गेम्स, 4 यूनिवर्सिटी गेम्स, 5 विंटर गेम्स, 2 पैरा गेम्स, 1 बीच गेम्स और 1 वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल शामिल हैं।
इन आयोजनों ने न केवल भारत में खेलों की आधारभूत संरचना को मजबूत किया है, बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच खेल अवसरों के अंतर को भी कम किया है। खेलो इंडिया का मकसद है कि हर बच्चे को, चाहे वह किसी भी राज्य या सामाजिक पृष्ठभूमि से हो, अपनी प्रतिभा के बल पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिले।
राजस्थान की भूमिका
राजस्थान में आयोजित होने वाला यह संस्करण राज्य की खेल-संरचना को भी नई ऊर्जा देगा। जयपुर और कोटा जैसे शहर पहले से ही खेल शिक्षा और कोचिंग के प्रमुख केंद्र रहे हैं। वहीं, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर जैसे ऐतिहासिक शहर अब इस आयोजन के माध्यम से खेल पर्यटन के भी केंद्र बनेंगे। यह आयोजन स्थानीय युवाओं को खेलों के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 न केवल एक खेल प्रतियोगिता होगी, बल्कि यह “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना को मूर्त रूप देने वाला राष्ट्रीय उत्सव भी साबित होगा—जहाँ देश के हर कोने से आए युवा एक साथ मिलकर खेल भावना, अनुशासन, और एकता का प्रदर्शन करेंगे।














