
हिसार, 16 अगस्त 2024: हरियाणा पुलिस के डीएसपी प्रदीप कुमार यादव को हिसार पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने गिरफ्तार कर लिया है। डीएसपी पर हिसार के मिर्जापुर चौक के पास विकास मार्ग वेलफेयर सोसाइटी के दो प्लाटों पर कब्जा करने का मामला दर्ज है। इस मामले में डीएसपी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो चुकी थी, जिसके बाद उन्होंने पंचकूला कोर्ट में सरेंडर किया।
एसआईटी ने डीएसपी प्रदीप कुमार को अदालत में पेश किया, जिसके बाद उन्हें चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस ने पहले ही डीएसपी के तीन साथियों—रामअवतार, सुनील, और सुरजीत—को गिरफ्तार कर लिया था।
डीएसपी की गिरफ्तारी का घटनाक्रम:
इस मामले में सबसे पहले रामअवतार, सुनील, और सुरजीत की गिरफ्तारी हुई थी। एसआईटी ने इनसे पूछताछ की, जिसमें डीएसपी प्रदीप यादव की संलिप्तता सामने आई। इसके बाद से ही पुलिस डीएसपी की गिरफ्तारी के प्रयास में थी। नाम सामने आने के बाद डीएसपी अंडरग्राउंड हो गए थे।
मुख्य आरोपी राजकुमार उर्फ राजा गुर्जर की अग्रिम जमानत याचिका पहले ही अदालत ने खारिज कर दी थी, लेकिन वह अभी भी गिरफ्तारी से बाहर है।
मामले की शुरुआत:
19 जुलाई 2024 को हिसार के एचटीएम थाना पुलिस ने सेक्टर 16-17 निवासी सतबीर सिंह की शिकायत पर धोखाधड़ी से प्लाट हड़पने का केस दर्ज किया था। पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर राजकुमार उर्फ राजा, मुकेश, रामअवतार, और सुरजीत के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में जांच के दौरान डीएसपी प्रदीप यादव का नाम सामने आया।
रिमांड के दौरान पूछताछ:
एसआईटी डीएसपी प्रदीप कुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। उम्मीद है कि इस पूछताछ से भूमि कब्जाधारी गिरोह का नेटवर्क उजागर हो सकता है। इसके साथ ही गिरोह से जुड़े अन्य पुलिस कर्मियों और सरकारी विभागों के अधिकारियों की मिलीभगत का भी खुलासा होने की संभावना है।
सतबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि उक्त सोसाइटी में उनके दो प्लॉट्स पर कब्जा किया गया था। उनकी शिकायत के आधार पर ही यह मामला दर्ज किया गया, जिसके बाद जांच में डीएसपी और अन्य आरोपियों की भूमिका सामने आई।

VIKAS TRIPATHI
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