Tuesday, July 1, 2025
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“बेबुनियाद बयानबाजी”: निर्मला सीतारमण का राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार

Nirmala Sitharaman’s Counter to Rahul Gandhi’s: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में मोदी सरकार पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSBs) के जरिए बड़े कॉर्पोरेट्स और अमीर व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। इस पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके दावों को “बेबुनियाद” और “तथ्यों से परे” बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पीएसबी में हुए सुधारों और उपलब्धियों का उल्लेख किया।

राहुल गांधी पर सीतारमण का तीखा हमला

वित्त मंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“राहुल गांधी की बेबुनियाद बयानबाजी की आदत एक बार फिर सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के बैंकिंग क्षेत्र, विशेषकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में, उल्लेखनीय बदलाव हुए हैं। क्या राहुल गांधी से मिलने वाले लोगों ने उन्हें यह नहीं बताया कि यूपीए शासन के दौरान कॉर्पोरेट ऋण की अधिकता और अंधाधुंध ऋण वितरण के कारण पीएसबी की हालत खराब हो गई थी?”

उन्होंने कांग्रेस शासनकाल में पीएसबी को “प्रभावशाली व्यक्तियों और संदिग्ध व्यवसायों के लिए एटीएम” करार देते हुए आरोप लगाया कि उस समय बैंक कर्मचारियों को “फोन बैंकिंग” के माध्यम से दबाव में लोन देने के लिए मजबूर किया गया।

https://twitter.com/nsitharamanoffc/status/1866871168822808595

सीतारमण द्वारा गिनाई गई उपलब्धियां

  1. सुधार और पुनर्पूंजीकरण:
    वित्त मंत्री ने मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई “4आर” रणनीति (पहचान, समाधान, पुनर्पूंजीकरण, और सुधार) और 2015 में शुरू किए गए एसेट क्वालिटी रिव्यू का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पिछले दशक में पीएसबी को ₹3.26 लाख करोड़ का पुनर्पूंजीकरण प्राप्त हुआ है।
  2. वित्तीय समावेशन:
    54 करोड़ से अधिक जन धन खाते खोले गए हैं और पीएम मुद्रा, स्टैंड-अप इंडिया, पीएम स्वनिधि जैसी योजनाओं के तहत 52 करोड़ से अधिक जमानत-मुक्त ऋण वितरित किए गए हैं। इनमें 68% लाभार्थी महिलाएं हैं।
  3. छोटे ऋणों में वृद्धि:
    ₹10 लाख तक के ऋणों में 238% की वृद्धि हुई है और कुल ऋणों में इनका हिस्सा 19% से बढ़कर 23% हो गया है। इसी तरह, ₹50 लाख तक के ऋणों में 300% की वृद्धि दर्ज की गई है।
  4. रोजगार और कल्याणकारी उपाय:
    2014 के बाद से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में लगभग 3.94 लाख कर्मचारियों की भर्ती की गई है। महिला कर्मचारियों के लिए विशेष अवकाश और वेतन संशोधन जैसे कर्मचारी-केंद्रित उपाय लागू किए गए हैं।
  5. सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए समर्थन:
    सेवानिवृत्त कर्मियों के लिए चिकित्सा बीमा और कल्याण निधि की सीमा में वृद्धि जैसे सुधार किए गए हैं।
  6. महिलाओं को सशक्त बनाना:
    महिलाओं के लिए विशेष अवकाश, नजदीकी स्थानांतरण, और महिला-केंद्रित नीतियों का क्रियान्वयन किया गया है, जो सरकार की “महिला-नेतृत्व वाले विकास” की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

तथ्यों के गलत प्रस्तुतिकरण पर सवाल

सीतारमण ने राहुल गांधी के बयानों को मेहनती पीएसबी कर्मचारियों और जनता का अपमान करार दिया। उन्होंने कांग्रेस को सुझाव दिया कि वह अपने नेता की शासन-प्रणाली की समझ में सुधार करें।

राहुल गांधी के आरोपों का संदर्भ

राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि सार्वजनिक बैंकों का उद्देश्य आम जनता को ऋण प्रदान करना था, लेकिन अब वे केवल बड़े कॉर्पोरेट्स और अमीर व्यक्तियों को लाभ पहुंचा रहे हैं।

सीतारमण ने तथ्यों के जरिए इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मोदी सरकार के तहत पीएसबी अधिक समावेशी और नागरिक-केंद्रित बने हैं।

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VIKAS TRIPATHI
VIKAS TRIPATHIhttp://www.pardaphaas.com
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