
जम्मू और कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल के नतीजे मिले-जुले रहे हैं। इस चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा अपना पहला मुख्यमंत्री जम्मू और कश्मीर में बना पाएगी।
एग्जिट पोल्स के अनुसार, कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है। कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 35 से 50 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जबकि भाजपा 20 से 32 सीटों के साथ पीछे चल रही है। पीडीपी को 4 से 12 सीटें मिलने का अनुमान है, और अन्य पार्टियों को 4 से 18 सीटों तक का अनुमान है।
- सी-वोटर (इंडिया टुडे): कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 40-48 सीटें, भाजपा को 27-32 सीटें, पीडीपी को 6-12 सीटें और अन्य को 6-11 सीटें मिल सकती हैं।
- पीपल्स पल्स: कांग्रेस-एनसी गठबंधन को 46-50 सीटें, भाजपा को 23-27 सीटें, पीडीपी को 7-11 सीटें और अन्य को 4-6 सीटें मिलने की संभावना है।
- दैनिक भास्कर: कांग्रेस-एनसी को 35-40 सीटें, भाजपा को 20-25 सीटें, पीडीपी को 4-7 सीटें, और अन्य को 12-16 सीटें मिल सकती हैं।
- मेट्राइज (रिपब्लिक भारत): कांग्रेस-एनसी को 31-36 सीटें, भाजपा को 28-30 सीटें, पीडीपी को 5-7 सीटें और अन्य को 8-16 सीटें मिलने की संभावना है।
- चाणक्य (न्यूज-24): कांग्रेस-एनसी को 46-50 सीटें, भाजपा को 23-27 सीटें, पीडीपी को 7-11 सीटें और अन्य को 4-6 सीटें मिल सकती हैं।
चुनावों में फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। जम्मू और कश्मीर अपनी पार्टी और इंजीनियर राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी भी चुनावी मैदान में हैं।
अब सभी की निगाहें 8 अक्टूबर पर टिकी हैं, जब इन चुनावों के नतीजे घोषित किए जाएंगे।
एग्जिट पोल के परिणामों पर विभिन्न नेताओं की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं:
- ओमर अब्दुल्ला (नेशनल कॉन्फ्रेंस उपाध्यक्ष):
उन्होंने एग्जिट पोल्स को “टाइम पास” बताया, भले ही नतीजे उनकी पार्टी के पक्ष में दिखाए जा रहे हैं। उन्होंने लिखा, “मुझे आश्चर्य है कि चैनल एग्जिट पोल्स पर ध्यान दे रहे हैं, खासकर हाल के आम चुनावों की विफलता के बाद। चैनलों, सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर हो रहे शोर को नजरअंदाज कर रहा हूं क्योंकि असली नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे। बाकी सब सिर्फ टाइम पास है।” - रवींद्र रैना (जम्मू और कश्मीर भाजपा अध्यक्ष):
रैना ने कहा कि उनकी पार्टी ने पूरी ताकत से चुनाव लड़ा और वह 8 अक्टूबर को विजयी होगी। उन्होंने कहा, “हमने अपनी ताकत के बल पर चुनाव लड़ा। हमारा लक्ष्य लोगों के आशीर्वाद से चुनाव जीतना है, और हम शानदार जीत हासिल करेंगे।” - तारीक हमीद कर्रा (जम्मू और कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष):
उन्होंने कहा कि कांग्रेस-एनसी गठबंधन एक मजबूत स्थिति में है और अगली सरकार बनाने के लिए तैयार है। कर्रा ने कहा, “यह चुनाव मुख्य रूप से भाजपा को सत्ता से दूर रखने, राज्य का दर्जा बहाल करने और भूमि व नौकरी की गारंटी के लिए था। मैं देख रहा हूं कि (कांग्रेस-एनसी) गठबंधन सरकार बनाने की स्थिति में है।” - नएम अख्तर (पीडीपी नेता):
अख्तर ने एग्जिट पोल्स को अविश्वसनीय बताया और कहा कि सरकार गठन पर बात करना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, “हमने देखा है कि एग्जिट पोल्स हमेशा सही नहीं होते। जो मायने रखता है वो असली गिनती के बाद आने वाले नतीजे हैं।” जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी कांग्रेस-एनसी गठबंधन का समर्थन करेगी, तो उन्होंने कहा कि यह निर्णय पार्टी द्वारा बाद में लिया जाएगा। - इंजीनियर राशिद (आवामी इत्तेहाद पार्टी अध्यक्ष):
राशिद ने कहा कि उनकी पार्टी के लिए सरकार गठन प्राथमिकता नहीं है, बल्कि जम्मू और कश्मीर के लोगों की आवाज उठाना महत्वपूर्ण है। उन्होंने अब्दुल्ला परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, “अब्दुल्ला परिवार ने हमेशा जम्मू और कश्मीर के लोगों के साथ विश्वासघात किया है।”
इन प्रतिक्रियाओं से यह स्पष्ट है कि हर पार्टी चुनाव परिणामों की प्रतीक्षा कर रही है, और एग्जिट पोल्स के नतीजों पर पूरी तरह से निर्भर नहीं है।

VIKAS TRIPATHI
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