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पेरिस:अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने शुक्रवार को भारतीय पहलवान विनेश फोगट के ओलंपिक फाइनल से अयोग्य करार दिए जाने के फैसले पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि उन्हें विनेश के लिए ‘सहानुभूति’ है, लेकिन नियमों की सीमा और उनकी अनुपालना के संदर्भ में स्थिति जटिल है।
विनेश फोगट की अयोग्यता:
29 वर्षीय विनेश फोगट को बुधवार को 50 किग्रा वर्ग महिला कुश्ती के स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने खेल पंचाट (सीएएस) में अपनी अयोग्यता के खिलाफ अपील की, जिसमें उन्होंने मांग की कि उन्हें खेल से संन्यास लेने से पहले संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए।
थॉमस बाक की टिप्पणी:
थॉमस बाक ने कहा, “मुझे उस पहलवान के लिए सहानुभूति है; यह स्पष्ट रूप से एक मानवीय टच है।” उन्होंने बताया कि अब मामला सीएएस में है और वे अंततः सीएएस के फैसले का पालन करेंगे। बाक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) को अपने नियमों को लागू करने की जिम्मेदारी है।
वजन सीमा पर विचार:
बाक ने इस बात की ओर इशारा किया कि 100 ग्राम अधिक वजन एक सामान्य व्यक्ति के लिए ज्यादा नहीं लग सकता, लेकिन प्रश्न यह है कि क्या इस तरह की छूट अन्य खेलों में लागू होगी, जैसे ट्रैक इवेंट जहां परिणाम एक सेकंड के हजारवें हिस्से से तय होते हैं। उन्होंने कहा, “महासंघ या निर्णय लेने वाले किसी भी व्यक्ति को यह तय करना होता है कि कब और कहां कटौती की जाए।”
विनेश फोगट की स्थिति:
विनेश और उनके स्टाफ ने वजन को निर्धारित सीमा में लाने के लिए कई उपाय किए, जिसमें बाल काटना, भोजन और लिक्विड से दूर रहना, और पूरी रात कसरत करना शामिल था। इन उपायों के कारण पानी की कमी हो गई और उसे खेलगांव के पॉलीक्लिनिक में आईवी ड्रिप पर रहना पड़ा। विनेश ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा कि उसके पास आगे जारी रखने के लिए ताकत नहीं बची है।
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VIKAS TRIPATHI
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