नई दिल्ली, 28 जुलाई — संसद के मानसून सत्र में आज से बहुप्रतीक्षित ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले पर बहस शुरू हो रही है। इस गंभीर और संवेदनशील विषय पर लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में 16-16 घंटे की विस्तृत चर्चा का समय तय किया गया है। चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस और राजनीतिक तलवारबाज़ी की पूरी संभावना है।
कांग्रेस को मिला 3 घंटे का समय, राहुल-प्रियंका होंगे प्रमुख वक्ता
लोकसभा में आज और राज्यसभा में कल (29 जुलाई) इस मुद्दे पर चर्चा होगी। कांग्रेस को लोकसभा में कुल तीन घंटे का समय मिला है, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, गौरव गोगोई और प्रणिति शिंदे जैसे वरिष्ठ नेताओं के बोलने की संभावना है। हालांकि अंतिम वक्ताओं की सूची आज सुबह ही फाइनल की जाएगी।
कांग्रेस ने जारी किया सख्त व्हिप
इस महत्त्वपूर्ण चर्चा को देखते हुए कांग्रेस ने अपने सभी लोकसभा सांसदों के लिए तीन दिन तक अनिवार्य उपस्थिति का व्हिप जारी कर दिया है। पार्टी का उद्देश्य है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इन मामलों में सरकार को घेरने का कोई मौका न चूके।
सरकार की ओर से उतरेंगे बड़े चेहरे, पीएम मोदी भी ले सकते हैं हिस्सा
सरकारी पक्ष से भी इस बहस को गंभीरता से लिया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बहस में भाग लेंगे। साथ ही, यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस चर्चा में हस्तक्षेप कर सकते हैं और आतंकवाद के खिलाफ अपनी सरकार की नीति और रणनीति को सदन के सामने रख सकते हैं।
पहले सप्ताह में छाया रहा था गतिरोध
मानसून सत्र का पहला सप्ताह खासा हंगामेदार रहा, जिसमें बिहार की मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और अन्य विवादों के चलते सदन का कामकाज बार-बार बाधित हुआ। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 25 जुलाई को घोषणा की थी कि विपक्ष और सरकार के बीच सोमवार को लोकसभा और मंगलवार को राज्यसभा में चर्चा पर सहमति बन गई है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर भारत की एक गोपनीय सैन्य कार्रवाई है, जिसका उद्देश्य सीमापार आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जवाब देना रहा। पहलगाम हमले के बाद यह ऑपरेशन सुर्खियों में आया, और विपक्ष की मांग पर अब इसे संसद में सार्वजनिक बहस का विषय बनाया जा रहा है।