
राजनाथ सिंह का जन्मदिन: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आज जन्मदिन है। राजनाथ सिंह के जन्मदिन के कारण 10 जुलाई का दिन भारत की राजनीति के लिए बड़ा ही मुबारक दिन है। इस अवसर पर हम आपको इस अद्भुत नेता की तमाम विशेषताओं और उनके जीवन से परिचित कर रहे हैं।
मात्र 13 साल की उम्र में शुरू कर दी थी राजनीति
कोई व्यक्ति किसी क्षेत्र में यूं ही बड़ा मुकाम स्थापित नहीं कर लेता है। बचपन से ही यह दिखाई देने लगता है कि कौन कैसा बनेगा। ऐसा ही कुछ हुआ था रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बचपन में। मात्र 13 साल की उम्र में उन्होंने राजनीति सीखना शुरू कर दिया था। 13 साल की उम्र में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल हो गए थे। एक बार RSS से जुड़ने के बाद, राजनाथ सिंह लगातार अपने इस मूल संगठन के साथ ऐसे बंधे रहे कि मानो वे RSS के ही होकर रह गए हों। RSS से राजनीति सीखकर राजनाथ सिंह विधायक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर लोकसभा-राज्यसभा सांसद और कई सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। मोदी सरकार 3.0 में भी वे रक्षा मंत्री बने हैं।
उत्तर प्रदेश में हुआ था जन्म

राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले की चकिया तहसील के बभौरा गांव में हुआ था। उनका परिवार कृषि से जुड़ा हुआ था। प्राथमिक शिक्षा गांव से ही हासिल की। इसके बाद गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में मास्टर डिग्री ली। वे मिर्जापुर के कॉलेज में फिजिक्स के लेक्चरर भी रह चुके हैं। उनके बेटे पंकज सिंह नोएडा से विधायक हैं और यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। राजनाथ सिंह जय प्रकाश नारायण से प्रभावित थे। 1977 में मिर्जापुर से उन्होंने जनता पार्टी से पहला चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद 1980 में बीजेपी में आ गए। वे मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में देश के गृहमंत्री भी रह चुके हैं। 2009 में वे गाजियाबाद, 2014, 2019 और 2024 में लखनऊ से लोकसभा सांसद बने। 1994 से 2001 और 2002 से 2008 तक राज्यसभा सांसद रहे।
अजातशत्रु, है राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह को उनके व्यक्तित्व और स्वभाव के चलते सियासत का अजातशत्रु कहा जाता है। बीजेपी के दिग्गज नेता 5 दशक से सियासत में सक्रिय हैं। राजनाथ सिंह को लेकर सियासी गलियारों में एक किस्सा प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि इमरजेंसी के दौर में जेल में एक बड़े नेता ने राजनाथ सिंह को लेकर भविष्यवाणी की थी, जो आगे चलकर सच साबित हुई। बताया जाता है कि 1975 में इमरजेंसी के दौरान देशभर के बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया गया था, जिसमें राजनाथ सिंह भी शामिल थे। उसी जेल में RSS के बड़े नेता राम प्रकाश गुप्त भी बंद थे। एक दिन जब राम प्रकाश गुप्त राजनाथ सिंह का हाथ देख रहे थे, उन्होंने कहा कि तुम एक दिन बहुत बड़े नेता बनोगे। जब राजनाथ सिंह ने सवाल किया- कितना बड़ा? इस पर राम प्रकाश गुप्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जितना बड़ा। इसके बाद राजनाथ सिंह हंस दिए और वहां से चले गए। राम प्रकाश गुप्त की यह भविष्यवाणी 24 साल बाद सच साबित हुई। साल 2000 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वही राजनाथ सिंह बने। राजनाथ सिंह के विरोधी भी उनके मुरीद रहते हैं लोग इनको राजनीति व भारतीय जनता पार्टी का भीष्म-पितामह् भी कहते हैं जब राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री बने थे, तो वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे। 6 महीने के भीतर किसी भी सदन का सदस्य बनना जरूरी था। ऐसे में उनके लिए कांग्रेस के सुरेंद्र नाथ अवस्थी ने अपनी सीट छोड़ दी। उपचुनाव हुए, जिसमें कई विरोधी उम्मीदवार भी राजनाथ सिंह के लिए रणनीति बनाते थे।
राजनाथ सिंह का सियासी करियर (Rajnath Singh Political Career)
राजनाथ सिंह ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से फिजिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। उसके बाद वे मिर्जापुर के केबी डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर नियुक्त हुए। इमरजेंसी के दौरान वे जेल भी गए। उन्होंने 1977 में जनता पार्टी से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1980 में वे बीजेपी में शामिल हो गए। 20 अक्तूबर 2000 को उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली। उनका कार्यकाल 2 साल से भी कम का रहा। इसके बाद केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया। 2014 में मोदी सरकार में उन्हें गृहमंत्री बनाया गया, जबकि 2019 और 2024 की केंद्र सरकार में उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। 10 जुलाई का दिन देशभर में फैले राजनाथ सिंह के समर्थक एक मुबारक दिन मानते हैं। राजनाथ सिंह के करोड़ों समर्थक कहते हैं कि वे अद्भुत नेता और शानदार इंसान हैं।


VIKAS TRIPATHI
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