
झांसी: उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और मथुरा के साथ अब झांसी में भी विकास की नई लहर शुरू हो गई है। एनबीसीसी (नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन) ने झांसी विकास प्राधिकरण (JDA) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसमें झांसी के शहरी इलाकों को नए सिरे से विकसित करने की योजना बनाई गई है। इस एमओयू पर जेडीए के उपाध्यक्ष आईएएस अधिकारी आलोक यादव और एनबीसीसी के कार्यपालक निदेशक प्रदीप शर्मा ने हस्ताक्षर किए हैं।
इस परियोजना के अंतर्गत, एनबीसीसी झांसी में 710 करोड़ रुपये की लागत से दो प्रमुख भूखंडों का आवासीय निर्माण करेगी। यह भूखंड झांसी-कानपुर राजमार्ग पर 12.28 एकड़ और मेडिकल कंपाउंड, कॉलेज रोड, कानपुर रोड पर 1.07 एकड़ में फैले हुए हैं। एनबीसीसी इस परियोजना के डिजाइन, निर्माण और प्रोजेक्ट ट्रांसफर के लिए जिम्मेदार होगी, जिससे झांसी के सौंदर्यीकरण और विकास में अहम योगदान मिलेगा।
झांसी, जो बुंदेलखंड का एक महत्वपूर्ण शहर है, ऐतिहासिक रूप से 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रसिद्ध है। इस शहर से तीन प्रमुख राजमार्ग – एनएच-27, एनएच-39, और एनएच-44 गुजरते हैं, जो इसके विकास की संभावनाओं को और बढ़ाते हैं।
इस परियोजना से न केवल झांसी में एक आधुनिक टाउनशिप और लग्जरी फ्लैट्स का निर्माण होगा, बल्कि बड़े मॉल और विला भी बनेंगे, जिससे स्थानीय निवासियों का जीवन स्तर सुधरेगा। इसके अलावा, हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है, जिससे झांसी का भविष्य उज्ज्वल दिखाई दे रहा है। आने वाले समय में, झांसी भी नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे शहरों को टक्कर देने की दिशा में अग्रसर हो सकता है।