
Bediram Paper Leak Case: उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक बेदीराम का नाम पेपर लीक मामले में सामने आने के बाद सियासत गरमा गई है। सपा और कांग्रेस जहां बेदीराम को लेकर बीजेपी और एनडीए पर निशाना साध रही हैं, वहीं अब ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है।
सुभासपा प्रवक्ता ने कहा कि हमारी पार्टी पारदर्शी विचार रखती है और किसी छात्र के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी। सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने बेदीराम मामले पर सफाई दी और सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “पेपर लीक मुद्दे पर हमारी पार्टी का साफ-साफ विचार है कि हम पारदर्शी विचार रखते हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश राजभर जी किसी भी छात्र-छात्रा के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे। कानून नियम संगत तरीके से अपना काम कर रही है, जब तक आरोप सिद्ध नहीं हो जाते तब तक कुछ भी कहना ठीक नहीं है। हम सभी को कानून और माननीय न्यायालय पर अटूट विश्वास है।”
बेदीराम मामले पर बढ़ी सुभासपा की मुश्किलें:
दरअसल, नीट पेपर लीक मामले पर मचे बवाल के बीच यूपी की जखनियां विधानसभा सीट से सुभासपा विधायक बेदीराम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह नौकरी लगवाने और पेपर लीक को लेकर पैसे के लेनदेन की बातें करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि उनकी पहुंच यूपी ही नहीं, बल्कि बिहार, राजस्थान और दूसरे राज्यों में भी है।
सुभासपा विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पेपर लीक मामले को लेकर सियासी घमासान मच गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार से बेदीराम की गिरफ्तारी की मांग की और इस पूरे मामले पर जवाब मांगा। वहीं दूसरी तरफ, पेपर लीक में एनडीए के विधायक का नाम आने से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी नाराज हो गए। सीएम योगी ने गुरुवार को ही इस मामले पर ओम प्रकाश राजभर को तलब किया और पूरे मामले पर सफाई मांगी थी।
सीएम योगी के बाद ओम प्रकाश राजभर को दिल्ली भी तलब किया गया, जहां केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी उनसे पूरे मामले पर जवाब मांगा। इस दौरान जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। माना जा रहा है कि राजभर के जवाब से बीजेपी नेता संतुष्ट नहीं हैं।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।