
राशन घोटाले से मनी लॉन्ड्रिंग तक के आरोप
सीआरपीएफ में डेप्यूटेशन पर तैनात एक महिला आईपीएस अधिकारी, जो वर्तमान में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के पद पर हैं, उनके खिलाफ सीवीसी और सीआरपीएफ मुख्यालय को शिकायत मिली है। यह शिकायत सोशल मीडिया के जरिए उच्चाधिकारियों तक पहुंची, जिसमें कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
सीक्रेट फंड और राशन खरीद का दुरुपयोग?
पहली शिकायत के अनुसार, महिला अधिकारी ने जम्मू-कश्मीर में तैनाती के दौरान सीआरपीएफ के सीक्रेट फंड और राशन खरीद में घोटाला किया। आरोप है कि इन पैसों को शेयर बाजार में निवेश किया गया, जिससे करोड़ों का फायदा हुआ। इस मामले के तार टैक्स हेवन देश सिंगापुर से जुड़े होने की बात सामने आई है।
14 शेल कंपनियों से कनेक्शन का दावा
शिकायत में कहा गया है कि महिला अधिकारी का संबंध कथित रूप से 14 शेल कंपनियों से है। इन कंपनियों का संचालन उनके नजदीकी रिश्तेदार कर रहे हैं। आरोप है कि इन कंपनियों का इस्तेमाल काले धन को सफेद करने के लिए किया गया।
49 दिन की छुट्टी मंजूर, पुर्तगाल जाने की तैयारी
विवादों के बीच, सीआरपीएफ मुख्यालय ने महिला अधिकारी को 49 दिन की छुट्टी मंजूर कर दी है। यह छुट्टी 29 मार्च से 16 मई तक रहेगी, और इस दौरान वे पुर्तगाल जाएंगी। उन्होंने यात्रा का कारण ‘आध्यात्मिक शरण’ बताया है।
शिकायतकर्ता का नाम अज्ञात, जांच पर संशय
शिकायतकर्ता ने अपनी पहचान उजागर नहीं की है, जिससे जांच की गंभीरता पर सवाल उठ रहे हैं। केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार, गुमनाम शिकायतों पर आधिकारिक कार्रवाई संभव नहीं होती, जिससे इस मामले की जांच पर अनिश्चितता बनी हुई है।
सीआरपीएफ फंड से करोड़ों का निवेश?
शिकायत के अनुसार, महिला अधिकारी के नियंत्रण में रहे सीक्रेट फंड से 2020-21 में 40 लाख रुपये म्यूचुअल फंड में लगाए गए, जिससे 4 लाख रुपये से अधिक का डिविडेंड प्राप्त हुआ। इसके अलावा, करीब डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई, जिसे आयकर रिटर्न में दर्शाया गया है।
10 करोड़ रुपये का मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप
शिकायत में दावा किया गया कि एक सिंगापुर स्थित कंपनी “ब्लू अशवा संपदा” ने भारतीय कंपनियों में निवेश के नाम पर 10 करोड़ रुपये का सौदा किया। यह राशि कथित रूप से शेयरों के दाम बढ़ाकर मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल की गई।
सरकारी गाड़ियों से अवैध लकड़ी तस्करी का आरोप
एक और गंभीर आरोप यह है कि सीआरपीएफ की गाड़ियों का इस्तेमाल अवैध लकड़ी तस्करी के लिए किया गया। दावा किया गया कि कश्मीर से तेलंगाना तक देवदार की लकड़ी सरकारी ट्रकों में भेजी गई, जिसमें सशस्त्र बलों की संलिप्तता रही।
‘लव यू जिंदगी’ कोर्स के जरिए फंड का दुरुपयोग?
महिला अधिकारी पर ‘लव यू जिंदगी’ नामक कोर्स शुरू करने का भी आरोप है, जिसकी मंजूरी सीआरपीएफ मुख्यालय से नहीं ली गई थी। आरोप है कि इस कोर्स के तहत फंड का गलत इस्तेमाल किया गया।
क्या होगी कार्रवाई?
सीआरपीएफ मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी ने स्वीकार किया कि इस संबंध में शिकायतें मिली हैं। हालांकि, गुमनाम शिकायतों पर कार्रवाई की संभावना कम रहती है। अब देखना यह होगा कि इस मामले की आधिकारिक जांच होती है या यह मामला यूं ही ठंडे बस्ते में चला जाता है।

VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।