
गाजीपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर द्वारा आयोजित बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा गुरुवार से गाजीपुर के स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शुरू हुई। परीक्षा के पहले ही दिन एक परीक्षार्थी को नकल करते हुए पकड़ा गया, जिसे तुरंत परीक्षा से निष्कासित (रिस्टीकेट) कर दिया गया। विश्वविद्यालय के निर्देशों के तहत उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।
गाजीपुर स्थित स्नातकोत्तर महाविद्यालय को 20 बी.एड. कॉलेजों के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चली, जिसमें कुल 1157 परीक्षार्थियों में से 1121 उपस्थित हुए, जबकि 26 छात्र अनुपस्थित रहे। परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे।
सख्त निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था
परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए गाजीपुर के सीओ सिटी सुधाकर पाण्डेय की मौजूदगी में पुलिस बल और पीएसी के जवानों द्वारा सघन तलाशी ली गई। छात्रों को मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, पर्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने की अनुमति नहीं थी। परीक्षा केंद्र पर प्रवेश से पहले प्रत्येक छात्र की गहन जांच की गई, ताकि नकल की किसी भी संभावना को रोका जा सके।
नकलचियों पर कड़ी कार्रवाई
परीक्षा कक्षों की जांच के दौरान एक परीक्षार्थी नकल करते हुए पकड़ा गया, जिसे तुरंत परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया। परीक्षा की निगरानी और जांच के लिए गठित टीम में मुख्य कुलानुशासक प्रो. (डॉ.) एस. डी. सिंह परिहार, प्रो. (डॉ.) एस.एन. सिंह, प्रो. (डॉ.) अरुण कुमार यादव, डॉ. राम दुलारे, डॉ. योगेश, डॉ. गोपाल यादव, डॉ. शिप्रा श्रीवास्तव और डॉ. प्रतिमा सिंह शामिल थे।
प्राचार्य की अपील
स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग से लगातार संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने सभी परीक्षार्थियों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के अनुचित साधन का प्रयोग न करें और ईमानदारी से परीक्षा दें।