गाजीपुर – जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी कृषि भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए जिप्सम का अवश्य उपयोग करें। उन्होंने बताया कि जनपद में स्थित राजकीय कृषि निवेश केन्द्रों पर जिप्सम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और किसानों को इसका लाभ लेना चाहिए।जिप्सम एक प्रभावी मृदा सुधारक है, जो विशेष रूप से क्षारीय प्रकृति की मिट्टी को संतुलित करता है। यह मिट्टी के पीएच स्तर को सामान्य करता है और खेत को उपजाऊ बनाता है। गाजीपुर की अधिकांश कृषि भूमि क्षारीय है, इसलिए वहां जिप्सम का प्रयोग और भी आवश्यक हो जाता है।कृषि अधिकारी ने बताया कि जिप्सम में सल्फर, कैल्शियम और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो फसलों की वृद्धि के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। जिन फसलों में जिप्सम का प्रयोग किया जाता है, उनकी उत्पादकता 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।वर्तमान समय में खरीफ की फसलों की बुवाई की जा रही है। ऐसे में खेत की तैयारी के समय प्रति एकड़ दो से तीन क्विंटल जिप्सम डालना जरूरी है। यह न सिर्फ मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है, बल्कि फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन में भी वृद्धि करता है। किसानों को इस पर 75 प्रतिशत अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है, जिससे यह और अधिक सुलभ हो गया है।