
गाजीपुर – समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने अपने भतीजे और मऊ से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी को दो साल की सजा मिलने और उनकी विधायकी समाप्त होने के बाद फेसबुक पर एक तीखा और भावनात्मक पोस्ट किया है। उन्होंने इस पोस्ट के माध्यम से एक बार फिर खुद को संघर्षशील और न झुकने वाला नेता बताया है।
अपने फेसबुक पोस्ट में अफजाल अंसारी ने लिखा:
“न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे, पर कुछ लोग मुझे गिराने में बार-बार गिरे।”
उन्होंने कहा कि गाजीपुर की महान जनता ने 4 जून को उन्हें तीसरी बार संसद में भेजने का ऐतिहासिक फैसला किया था। उनके अनुसार, राजनीति उनके लिए सत्ता या वैभव का रास्ता नहीं बल्कि समाज के कमजोर, पीड़ित, वंचित और शोषित वर्ग की आवाज़ बनने का जरिया है। वे आगे भी इन तबकों के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करते रहेंगे।
इस पोस्ट के साथ अफजाल अंसारी ने एक पुरानी चर्चित तस्वीर भी साझा की है, जिसमें गाजीपुर की पूर्व जिलाधिकारी आर्यका अखौरी सासंद अफजाल अंसारी के साथ दिख रही हैं। यह वही तस्वीर है जो पिछले लोकसभा चुनाव में जीत के बाद प्रमाण पत्र लेते समय ली गई थी और उस वक्त भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।
यह वही डीएम हैं जिन्होंने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार के दौरान भारी भीड़ पर आपत्ति जताई थी। उस समय अफजाल अंसारी और डीएम आर्यका अखौरी के बीच जमकर बहस हुई थी, जिससे प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर टकराव की स्थिति बन गई थी।
अब एक बार फिर अफजाल द्वारा यह तस्वीर साझा करने और उस पर टिप्पणी करने से राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि साजिश करने वालों को मिलीभगत से एक अस्थायी सफलता मिल गई है, लेकिन वे कानून के दायरे में रहकर अंतिम सांस तक न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।
अफजाल अंसारी का यह बयान और पुरानी तस्वीर का पुनः सार्वजनिक होना, क्षेत्रीय राजनीति में हलचल और बहस को एक बार फिर तेज कर रहा है। इससे संकेत मिलता है कि आने वाले समय में गाजीपुर और पूर्वांचल की सियासत और भी गर्म होने वाली है।