
गाजीपुर – आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तर प्रदेश, लखनऊ एवं जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देश पर गाजीपुर में मिलावटी खाद्य और पेय पदार्थों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया गया। अपर जिलाधिकारी (वि/रा) डॉ. दिनेश कुमार और सहायक आयुक्त (खाद्य) आर.सी. पाण्डेय के निर्देशन में यह अभियान नवरात्रि पर्व के दौरान फलाहार और अन्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया। विशेषकर कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा, सूखे मेवे, मूंगफली, साबूदाना, रामदाना और कृत्रिम रूप से पकाए गए फलों के विक्रय को रोकने के लिए यह अभियान संचालित हुआ।
अभियान के तहत 04 अक्टूबर 2024 को गाजीपुर के विभिन्न क्षेत्रों से 8 खाद्य नमूने संग्रहित किए गए। इनमें कालूपुर चट्टी, सुहवल से दुग्ध विक्रेताओं और मिश्रबाजार स्थित प्रतिष्ठानों से कुट्टू और सिंघाड़े के आटे के नमूने शामिल थे। सभी नमूनों को खाद्य विश्लेषक प्रयोगशाला, उत्तर प्रदेश भेजा गया है, जहां जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस अभियान का संचालन मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुमन कुमार मिश्र के नेतृत्व में किया गया, जिसमें खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. तूलिका शर्मा, गुलाबचंद गुप्ता, राजीव कुमार सिंह, पंकज कुमार कन्नौजिया, वीरेंद्र यादव और अरविंद प्रजापति की टीम शामिल थी।
