
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को फंसाने के लिए जालसाजों ने सोशल मीडिया पर पेपर लीक करने का दावा किया है। 23 अगस्त को परीक्षा से ठीक पहले पेपर उपलब्ध कराने के लिए पांच से 10 हजार रुपये मांगे जा रहे हैं। पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसटीएफ को सतर्क कर दिया है। एसटीएफ ने इस जालसाजी की जांच शुरू कर दी है, और बोर्ड अध्यक्ष ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे इस तरह के झांसे में न आएं।
सोशल मीडिया पर ‘यूपी पुलिस 2024- री-एक्जाम पेपर’ नाम से एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में 12 अगस्त को पहला संदेश भेजा गया, जिसमें दावा किया गया कि पेपर उपलब्ध कराया जाएगा, और अभ्यर्थियों से उनके प्रवेश पत्र की कॉपी मांगते हुए एक लिंक पर क्लिक कर पेपर डाउनलोड करने का निर्देश दिया गया। इसके बाद, अचानक ग्रुप को डिलीट कर दिया गया और उसी नाम से एक नया ग्रुप बनाकर पुनः वही दावा किया गया।
पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि ऐसे फर्जी ग्रुपों की संख्या बढ़ती जा रही है। एसटीएफ को अलर्ट कर दिया गया है, और एसटीएफ की टीमें इस मामले पर नजर रख रही हैं। डीजीपी ने भी सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को सतर्क कर दिया है। अब तक की जांच में यह जालसाजी ही साबित हुई है। अभ्यर्थियों से विशेष अपील की गई है कि वे इन धोखाधड़ी के प्रयासों का शिकार न बनें।