गाजीपुर – बिरनो स्थानीय इच्छावर महादेव मंदिर के पास स्थित पोखरे पर छठ पूजा के लिए छठ घाट पर सफाई न होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। यह पोखरा वर्षों से छठ पूजा का प्रमुख स्थल रहा है, जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने आते हैं। सरकारी स्तर पर सफाई न होने के कारण पोखरे के चारों ओर गंदगी फैली है, जिससे छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में परेशानी हो सकती है।

ग्रामीणों ने खुद संभाली सफाई की जिम्मेदारी
भड़सर गांव के रोहित सिंह रानू के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने सरकारी अनदेखी को देखते हुए अपनी पहल पर पोखरे की सफाई का बीड़ा उठाया है। रोहित सिंह रानू के साथ अरविंद पटेल, आशुतोष उर्फ पप्पू गुप्ता, छोटे जायसवाल, सुनील यादव, धनंजय सिंह, राजेश यादव, सूरज पटेल, अनिल पटेल, गोलू सिंह, और रामरतन राजभर जैसे सक्रिय ग्रामीणों ने सफाई कार्य में सहयोग किया।
आपसी सहयोग से तैयारियां जारी
ग्रामीणों ने न केवल पोखरे की सफाई का जिम्मा लिया है, बल्कि लाइटिंग और सुरक्षा के इंतजाम की भी योजना बनाई है। हर वर्ष की तरह इस बार भी ग्रामीण स्वयंसेवी भावना से जुटे हैं ताकि छठ पर्व पर आने वाले व्रतियों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
पारंपरिक आस्था का केंद्र
छठ घाट पर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पण की परंपरा दशकों पुरानी है। ग्रामीणों का मानना है कि इस स्थान पर मन्नतें मांगने पर उनकी मनोकामना पूर्ण होती है, और इस बार भी ग्रामीणों के सहयोग से छठ घाट पर आस्था और उत्साह के साथ छठ पूजा का आयोजन सुनिश्चित किया जा रहा है।
प्रशासन की ओर से अपेक्षाएं
स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि आने वाले समय में छठ घाट पर सफाई और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि श्रद्धालुओं को बिना किसी परेशानी के पूजा का लाभ मिल सके।
